पिछले कई दिनों से नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पूर्वोत्तर राज्य सुलग रहा है. नागरिकता संशोधन बिल दोनों सदनों से पास हो गया है अब इस बिल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मंजूरी दे दी है. इसी के साथ ये बिल आज से कानून बन गया है. भाजपा ने दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ और बैंगलुरू में 14 से 18 दिसंबर तक जन जागरूकता और आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया है. डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग मामले में विपक्ष गर्म, वोटर्स को विश्वास में लेना किया प्रारंभ आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नागरिकता संशोधन बिल को लेकर पहल ही पूर्वोत्तर की सड़कों पर भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इसके बाद भी गृहमंत्री अमित शाह ने पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में आसानी से इस बिल को पास करवा लिया. ममता बनर्जी ने केन्द्र को लिया आड़े हाथ, कहा-अगर यह सब चलता रहा तो,व्यापार करना संभव नहीं... इसी के साथ ये बिल कानून भी बन गया है. दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे मंजूरी दे दी है. असम में नागरिकता संशोधन कानून का सबसे ज्यादा विरोध किया जा रहा है. हालात इतने बेकाबू हो गए कि कई जिलों में कर्फ्यू लगाना पड़ा. साथ ही कई जिलों में कुछ समय के लिए इंटरनेट सेवाएं भी प्रतिबंधित रही. सरकार ने यह कदम किसी भी अनहोनी घटना को रोकने के लिए उठाया था. ताकि हिंसा का कोई उग्र रूप देखने को न मिले. ब्रिटेन आम चुनाव: फिर PM बनेंगे बोरिस जॉनसन, कंजर्वेटिव पार्टी को मिला पूर्ण बहुमत उत्तरप्रदेश : अलीगढ़ में हाई अलर्ट, CAB के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन, बंद रहेगी इंटरनेट सेवा पंजाब : दिग्गज सीएम अमरिंदर सिंह को कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने दी 'बाबर' वाली नसीहत