नई दिल्ली -इंडीज टीम के महान खिलाडी क्लाइव लॉयड ने अपनी कप्तानी में इंडीज को लगातार अजेय बनाकर रखा.ऐसे महान कप्तान आज अपना 73 वा जन्मदिन मना रहे है. क्लाइव लॉयड 110 में से 74 टेस्ट मैचों में वेस्टइंडीज की कमान संभालने वाले क्लाइव लॉयड के लिए 1975-76 का असफल ऑस्ट्रेलियाई दौरा एक कप्तान के तौर पर टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. दरअसल, तब जैफ थॉमसन और डेनिस लिली जैसे खूंखार गेंदबाजों ने टेस्ट सीरीज में 5-1 से कैरेबियाई टीम को करारी शिकस्त दी थी. इसके बाद उन्होंने टीम कप्तानी से स्तीफा भी दिया इस बीच अपने घुटने की सर्जरी भी कराइ. लेकिन वे 1979 के वर्ल्ड कप में अपनी टीम का नेतृत्व करने के लिए लौट आए. बिना हारे अजेय रहे - 27 टेस्ट : वेस्टइंडीज (जनवरी 1982-दिसंबर 1984) 26 टेस्ट : इंग्लैंड (जनवरी 1968- अगस्त 1971) टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया (मार्च 1946-फरवरी 1951) लॉयड ने अपनी कप्तानी में इंडीज को दो लगातार विश्वकप जिताये थे और तीसरे विश्वकप के लिए फाइनल में पहुंच गए थे.1983 के वर्ल्डकप में उनका हेड्रिक का सपना भारत ने तोड़ दिया.जिसके बाद इंडीज टीम ने भारत को वनडे सीरीज हराई इसको बाद टेस्ट सीरीज भी हराई जिससे इंडीज को मिला भारत के हाथो मिली विश्वकप में हर का बदला लेलिया. क्लाइव लॉयड का क्रिकेट कॅरियर - टेस्ट करियर- 110 टेस्ट, 175 पारी, 7515 रन, 46.67 औसत, 242*उच्चतम, 19 शतक, 39 अर्धशतक वनडे करियर- 87 वनडे, 69 पारी, 1977 रन, 39.54 औसत, 102 उच्चतम, 11 अर्धशतक. यह क्या ! हर दूसरा टेस्ट मैच हार जाती है इंग्लैंड SL vs IND : लसिथ मलिंगा होंगे श्रीलंका टीम के नये कप्तान बांग्लादेश ने इतिहास रचते हुए पहली बार ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट में हराया योगी आदित्यनाथ ने सैफई स्टेडियम का नाम बदल कर सदी के इस महान खिलाडी के नाम पर रखा