चंडीगढ़ : पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा विधानसभा में किसानों की कर्ज माफ़ी पर किसानो के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है.राज्यपाल के अभिभाषण का जवाब देते हुए बड़ी चतुराई के साथ सीएम ने किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर अपना खेल दिखा दिया. उल्लेखनीय है कि अमरिंदर ने कहा कि पंजाब सरकार 5 एकड़ तक की खेती की जमीन वाले किसानों का सारा कर्जा माफ करने जा रही है, लेकिन उससे थोड़ी देर बाद जब मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रेस को जो बयान जारी किया गया उसमे कुछ और ही लिखा था. सरकार द्वारा जारी बयान में स्पष्ट लिखा था कि 5 एकड़ तक की जमीन वाले किसानों का सिर्फ दो लाख रुपये का कर्जा और छोटे किसानों का भी दो लाख रुपये तक का ही कर्जा माफ किया जा रहा है. हालांकि सदन में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहीं भी ये नहीं कहा कि 5 एकड़ की जमीन वाले किसानों का सिर्फ 2 लाख रुपया ही कर्ज माफ किया जाएगा.यानी सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सदन में अपनी जो बात कही उससे वो अपने प्रेस के बयान में ही पलट गए. बता दें कि दूसरी हैरान करने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कागज पर लिखा भाषण देखकर पढ़ रहे थे, लेकिन उनके भाषण की कॉपी भी मीडिया गैलरी में बैठे पत्रकारों को नहीं दी गई.हालांकि बाद में जब किसानों के कर्ज माफी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने सदन में वाहवाही लूट ली तो उसके बाद एक प्रेस नोट जारी कर दिया .एक तरह से उन्होंने कर्ज माफ़ी के मुद्दे पर राज्य के किसानों के साथ खिलवाड़ ही किया. यह भी देखें पंजाब सरकार का कर्जमाफी का एलान, किसानो का होगा कर्ज माफ़ पंजाब विधानसभा में कर्ज माफी के मुद्दे पर हंगामा