नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जिस तरह से निरंतर प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है, उसका सबसे बड़ा कारण है आस-पास के प्रदेशों में फसल की कटाई के बाद उसकी पराली को जलाया जाना। किसान फसलों की कटाई के बाद इसकी पराली में आग लगा देते हैं, जिसके कारण इसके धुएं से दिल्ली की हवा में प्रदुषण फ़ैल रहा है। केंद्र सरकार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दिल्ली की हवा में प्रदूषण के लिए 10 प्रतिशत पराली जलाए जाने को जिम्मेदार माना जा सकता है। किन्तु केंद्र सरकार की इस रिपोर्ट के दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने खारिज कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। केजरीवाल ने रिपोर्ट को ख़ारिज करते हुए कहा है कि किसी भी संस्था के पास इस किस्म की कोई मशीनरी नहीं है जो यह बता सके कि किस एक अहम कारण से कितना प्रदूषण होता है। दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार की इस रिपोर्ट को तुक्के वाली रिपोर्ट करार दिया है। उन्होंने कहा कि तुक्का लगाने वाली एजेंसियों को रोका जाना चाहिए, साथ ही इन एजेंसियों को किसी भी प्रकार का आंकड़ा जारी करते वक़्त अधिक जिम्मेदाराना व्यव्हार करना चाहिए। मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- फेल हो गया भाजपा का डबल इंजन मॉडल मध्यप्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं, सिंधिया ने एक महीने में कमलनाथ को लिखे 4 पत्र ऑड-ईवन स्कीम: इस बार CNG गाड़ियों को नहीं मिलेगी छूट, नियम तोड़ने पर होगा 4 हजार जुर्माना