सीएम अशोक गहलोत ने भी माना- हिन्दू धर्म नहीं सिखाता हिंसा करना !

जयपुर: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार (26 मई) को बारां में सामूहिक विवाह समारोह में शिरकत की। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने वहां मौजूद दूल्हा-दुल्हन और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्या हिंदू वे लोग हैं जो भ्रम और हिंसा पैदा करते हैं? हिंदू धर्म ने हिंसा करना कब सिखाया? इस तरह से सीएम गहलोत यह कहना चाह रहे थे कि, हिन्दू धर्म हिंसा करना नहीं सिखाता।

उन्होंने कहा कि, 'कई दफा बहस छिड़ती है कि हम हिंदू नहीं है क्या? क्या हिंदू वे लोग हैं जो भ्रम और हिंसा पैदा करते हैं? हिंदू धर्म ने कब सिखाया कि हिंसा करो? हमारी मंत्री शकुंतला रावत ने कल भगवा पताका लगाई, तो कहा गया कि चुनाव आ रहे हैं कि इसलिए ये पताका लगा रहे हैं। लेकिन क्या हम मंदिर जाते हैं, तो वहां लगी पताका को नहीं मानते?' सीएम गहलोत ने भाजपा पर झूठ की सियासत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को भ्रमित कर रही है और खुद को हिंदू धर्म का ठेकेदार बताती है जबकि कांग्रेस में हिंदू धर्म के साथ साथ तमाम धर्मों का सम्मान करती है।

बता दें कि, बारां में शुक्रवार को सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था। 2222 जोड़ों के इस निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन में 2111 हिंदू और 111 मुस्लिम जोड़े विवाह के बंधन में बंधे। इस समारोह में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना। खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के नेतृत्व में यहां वर्ल्ड रिकॉर्ड वाली शादी की सामूहिक विवाह की शादी में लाखों हजारों लोग साक्षी बने।

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