जयपुर: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी का एक बयान फिलहाल चर्चाओं में है. शुक्रवार को कांग्रेस सोशल मीडिया सेल के लिए नियुक्त किए गए वालंटियर्स को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि जो भी कांग्रेस में रहते हुए डर रहा है, वो RSS में जा सकता है, वहीं जो कांग्रेस के बाहर है, किन्तु निडर है, उसका पार्टी में स्वागत है. Rahul Gandhi ji's statement is significant as he wants every Congressmen to take on BJP fearlessly. He is reiterating the values of INC, which are rooted in constitutional, democratic principles & which oppose narrow, communal policies of RSS. https://t.co/EzHbRPkLkP — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 16, 2021 राहुल गांधी के इस बयान पर सियासी गलियारों में जबरदस्त चर्चा देखने को मिली. अब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपने नेता के इस बयान का बचाव किया है. उनकी ओर से ट्वीट किया गया है कि राहुल गांधी ने केवल कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को समझाने की कोशिश की है. ट्वीट में गहलोत ने लिखा है कि राहुल गांधी का बयान काफी मायने रखता है, क्योंकि वे चाहते हैं कि कांग्रेस निडर होकर भाजपा का मुकाबला करे. उनकी ओर से कार्यकर्ताओं को कांग्रेस की विचारधारा याद दिलाई गई है, जो हमेशा से RSS की सांप्रदायिक सियासत के विरोधी रही है. राहुल गांधी के बयान की बात करें तो उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के बाहर कई लोग हैं, उन्हें भीतर लाओ, जो हमारे यहां डर रहे हैं, उन्हें भगाओ, RSS के हो तो जाओ मजे करो. हमे ऐसे लोगों की कोई आवश्यकता नहीं. पार्टी को निडर और हिम्मत वाले लोग चाहिए. यहीं हमारी विचारधारा है. अब उनके इस बयान के कई मायने निकाले गए हैं. अभी हाल ही में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भाजपा में शामिल हुए हैं. फिर चाहे वो जितिन प्रसाद हों या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया. ऐसे में राहुल गांधी का ये कहना कि कमजोर नेता पार्टी छोड़ दें, उन सभी नेताओं पर तंज है. ऑस्ट्रेलिया बास्केटबॉल स्टार लिज़ कैंबेज इस वजह से ओलंपिक से हटे रामाफोसा ने कहा- "दक्षिण अफ्रीका विरोध की योजना...." शशि थरूर का बड़ा बयान, कहा- "ईंधन की बढ़ती कीमत और भाजपा के कुप्रबंधन के कारण..."