जयपुर: कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों से जूझ रहे राजस्थान में भी अब सख्ती बढ़ सकती है। अब तक राज्य नाइट कर्फ्यू की ही पाबंदी लगाई गई है, लेकिन अब इसके समय में इजाफा किया जा सकता है। इसके साथ ही राजधानी जयपुर के अलावा जोधपुर और बीकानेर जैसे बड़े शहरों में सख्ती और बढ़ सकती है। इस बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अफसरों के साथ कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने अफसरों से कहा कि सामाजिक-धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को सीमित करने, कर्फ्यू का वक़्त बढ़ाने, शादी एवं अन्य समारोह में लोगों की तादाद कम करने, कार्यस्थलों पर मौजूदगी घटाने, सार्वजनिक परिवहन में यात्री तादाद कम करने के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए जाएं। बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधायकों के साथ बैठक करने वाले हैं। इसके बाद सख्ती बढ़ाने पर ऐलान हो सकता है। इसके साथ ही अशोक गहलोत ने लोगों से आग्रह किया है कि वे खुद से संयम बरतें और लॉकडाउन जैसे ही बर्ताव करें। सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार कोरोना संकट से निपटने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। लेकिन इसमें जनता को भी सहयोग करना होगा और ऐसे रहना होगा कि जैसे लॉकडाउन लगा हुआ हो। अफसरों ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों को 40% बेड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व रखने के आदेश कर दिए गए हैं। गृह विभाग के मुताबिक, जिलों में 996 माइक्रो कन्टेनमेन्ट जोन बनाए गए हैं। 398 परिसरों को सीज किया गया है। होम आइसोलेशन का पालन नहीं करने वाले 63 लोगों को संस्थागत क्वारेंटाइन में भेजा गया है। 'कोरोना होने पर काढ़ा और हल्दी वाला दूध पिएँ..', नीति आयोग की सलाह पर भड़का IMA पीएम मोदी समेत रक्षा मंत्री ने भीमराव अंबेडकर को 130वीं जयंती पर किया नमन हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह हुए कोरोना संक्रमित, अस्पताल में भर्ती