अमृतसर: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार कई बड़े फैसले लिए हैं। मंत्रिमंडल में भी ये फैसले पास हो चुके हैं, किन्तु अधिकतर फैसले अभी तक लागू नहीं हो पाए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 71 दिनों में चन्नी सरकार ने कई बड़े और अहम फैसले लिए हैं। इन फैसलों को अगले विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है, मगर अब जो बातें सामने आ रही है, उसके मुताबिक, केवल 8-9 फैसले ही अभी तक लागू हो पाए हैं। शेष सभी फैसले अभी विभागीय स्तर पर ही रुके हुए हैं। रुके हुए फैसलों में बिजली के भाव घटाना, नौकरी में आरक्षण जैसे बड़े फैसले शामिल हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम बनने के बाद चन्नी ने 12 कैबिनेट बैठकों में धड़ाधड़ 85 निर्णय लिए थे। इन फैसलों से जनता को बहुत उम्मीदें थीं। इन फैसलों को लेकर कांग्रेस सरकार ने जोर-शोर से प्रचार भी किया था। अब जब इन फैसलों को लागू करने होने के बारे में पता किया, तो पता चला है कि 8-9 फैसले ही अभी तक लागू हो पाए हैं। जबकि शेष 77 फैसले अभी भी रुके हुए हैं। इन रुके हुए फैसलों को लेकर विभाग कोई साफ जानकारी भी नहीं दे रहा है। इन फैसलों को लेकर सीएम चन्नी पर अब विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी सवाल खड़े करने लगे हैं। पहले से ही अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इन फैसलों को लेकर भी चन्नी पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार बिना बजट आवंटन के ही ऐलान कर रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी अधिकारी इन फैसलों पर सुस्ती ही दिखा रहे हैं। बता दें कि पहले सिद्धू के साथ विवाद और फिर कांग्रेस के हाईकमान के साथ विवाद के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद से त्यागपत्र दे दिया था। जिसके बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को CM बनाया था। वहीं सिद्धू को पंजाब कांग्रेस इकाई का प्रमुख बनाया गया था। लेकिन इसके बाद भी पंजाब कांग्रेस में सबकुछ सही चलता नज़र नहीं आ रहा है। बेंगलुरू पहुंचने पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए एक सप्ताह का क्वारंटाइन अनिवार्य है मंत्री ने पाकिस्तानी आबादी को टीका लगवाने का आग्रह किया सकल घरेलू उत्पाद में सरकारी स्वास्थ्य परिव्यय हिस्सेदारी 1.15 से बढ़कर 1.35 प्रतिशत हो गई