मुंबई: महाराष्ट्र में दूध उत्पादक किसानों का आंदोलन उग्र रूप ले चुका है. इसी को लेकर अब महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस आज विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करने वाले हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने दुग्ध उत्पादक किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले भी ख़ारिज करने के निर्देश दिए हैं. बुधवार को राज्य की विधानसभा में मुख्यमंत्री ने ये घोषणा की है. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन लोगों के खिलाफ हड़ताल के दौरान हिंसा के आरोप हैं और वे दुग्ध उत्पादक भी नहीं हैं, उनपर दर्ज मामलों को ख़ारिज नहीं किया जाएगा, उन्हें कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा. आपको बता दें कि दुग्ध उत्पादक किसान सोमवार से दूध पर 5 रुपये सब्सिडी देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, बुधवार को इस आंदोलन ने उस समय और उग्र रूप धारण कर लिया जब स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के कार्यकर्ता, किसान नेता और सांसद राजू शेट्टी गुजरात से आने वाली दूध की गाड़ियों को रोकने के लिए मुम्बई-अहमदाबाद हाईवे पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया. साथ ही उन्होंने एक दुग्ध वाहन को आग भी लगा दी. आंदोलन के इस भयानक रूप को देखकर ही मुख्यमंत्री ने आज नेताओं से चर्चा करने की घोषणा की है. अब देखना ये है कि इस बैठक का क्या नतीजा निकलता है. यह भी देखें:- किसानों के नाम पर किया 5400 करोड़ रुपये का घोटाला मंत्री ने मुंबई की सड़क के बीस हजार गड्ढो को बेकसूर बताया महाराष्ट्र: तीन महीने में 639 किसानों ने की खुदकुशी