मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी को लेकर बड़ा दावा किया है। मुख्यमंत्री शिंदे का कहना है कि तब की उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार ने भाजपा के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का षड्यंत्र किया था, जिनमें देवेंद्र फडणवीस का नाम भी सम्मिलित था। साथ ही उन्होंने बताया कि 'वो आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की अधिक जल्दी में थे।' अपने एक इंटरव्यू के चलते उन्होंने कहा कि पहले की MVA सरकार ने आशीष शेलार, गिरीश महाजन, प्रवीण दारेकर एवं फडणवीस को जून 2022 से पहले गिरफ्तार करने का षड्यंत्र किया था। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि एमवीए भाजपा के कई विधायकों को अपने पाले में लाना चाहती थी। मुख्यमंत्री शिंदे का दावा है कि MVA का गठन पहले से ही तैयार योजना के तहत किया गया था तथा उद्धव का 'सपना' सीएम बनने का था। चर्चा के चलते उन्होंने कहा कि अपने पिता की तरह किंगमेकर बनने के बजाए उद्धव स्वयं ही किंग बनना चाहते थे। शिंदे जून-जुलाई 2022 में अविभाजित शिवसेना से अलग हो गए थे। मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि MVA सरकार में मंत्री रहते हुए उन्हें निरंतर अपमान का सामना करना पड़ा। साथ ही उन्होंने ठाकरे परिवार की ओर से काम में दखल दिए जाने की बात भी कही है। उन्होंने कहा, 'भले ही मैं शहरी विकास मंत्री था, किन्तु मुझे कभी भी स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया गया। बिना किसी अधिकार के यहां आदित्य ठाकरे का दखल था।' उन्होंने कहा, 'मैंने कई अवसरों पर उन्हें शहरी विकास, MMRDA, सिडको एवं महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की बैठक लेते देखा था।' शिंदे ने कहा कि टूट से पहले ठाकरे उनसे शहरी विकास विभाग लेने की योजना तैयार कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'नक्सलियों से धमकियों के बाद भी उन लोगों ने मुझे Z+ सुरक्षा नहीं दी।' उद्धव की ओर से फडणवीस को लेकर किए गए दावे पर जब सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, 'उन्हें लगता था कि आदित्य के सीएम बनने में मैं एक स्पीडब्रेकर था, मगर उन्हें आदित्य को सीएम बनाने की बहुत जल्दी थी।' इसके अतिरिक्त उन्होंने इस बात से भी मना किया है कि दिग्गज नेता शरद पवार ने मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव के नाम का सुझाव दिया था। 'नफरत की राजनीति कर रहे हैं पीएम मोदी..', तेजस्वी यादव ने किस बयान को लेकर बोला हमला ? फ़ैयाज़ ने चाक़ू घोंपकर की कांग्रेस नेता की बेटी की हत्या, भाजपा पर क्यों भड़के मंत्री प्रियंक खड़गे ? मध्य प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा, सिंधिया और दिग्विजय सिंह में जमकर चले जुबानी तीर