जयपुर: महिला सुरक्षा संबंधी टिप्पणी के कुछ घंटों बाद मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा की बर्खास्तगी को लेकर बढ़ते विवाद के बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राज्य प्रगतिशील है और यह मामला आंतरिक है और इस पर पार्टी के भीतर चर्चा की जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अन्य चुनावी राज्यों के दौरे के दौरान हिंसाग्रस्त मणिपुर की अनदेखी करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही सीएम गहलोत यह भी सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर का दौरा नहीं किया, जबकि यह उनकी (भाजपा) सरकार के अधीन था। उन्होंने सवाल किया कि अगर मणिपुर में कांग्रेस की सरकार होती तो मोदी की क्या प्रतिक्रिया होती। गहलोत ने मणिपुर की स्थिति पर टिप्पणी करते समय राजस्थान और छत्तीसगढ़ की घटनाओं का उल्लेख करने के लिए भी पीएम मोदी की आलोचना की और कहा कि इससे राजस्थान की भावनाएं आहत हुई हैं। गहलोत ने कहा कि, "जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए, उससे राजस्थान की भावनाएं आहत हुई हैं।" राजस्थान के मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाएं। उन्होंने कहा कि, "यदि पीएम मोदी मणिपुर का दौरा नहीं कर सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी और मणिपुर की स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए थी।" बता दें कि, यह बात तब सामने आई है जब पीएम मोदी ने मणिपुर में महिलाओं पर हाल ही में हुए यौन हमलों पर आक्रोश प्रकट किया और अपने संबोधन के दौरान राजस्थान और छत्तीसगढ़ का जिक्र करते हुए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कानून व्यवस्था को सख्त करने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा था कि, "यह किसी भी समाज के लिए एक शर्मनाक घटना है.., यह किसने किया और कौन जिम्मेदार है, यह एक अलग मुद्दा है, लेकिन इसने हमारे देश को शर्मसार कर दिया है।" उन्होंने कहा कि, मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कानून व्यवस्था को मजबूत करने का आह्वान करता हूं।' संसद के मानसून सत्र से पहले मणिपुर की स्थिति के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि, "चाहे वह राजस्थान हो, छत्तीसगढ़ हो या मणिपुर.., एक महिला के सम्मान का मुद्दा सभी राजनीति से ऊपर है।" वहीं, कल यानी शुक्रवार (21 जुलाई) को, चुनावी राज्य में महिलाओं के खिलाफ हालिया हिंसा के लिए अपनी ही सरकार की आलोचना करने के कुछ ही घंटों बाद, गहलोत कैबिनेट के एक मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया था। दरअसल, कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने राज्य विधानसभा में अपने संबोधन में कहा था कि, "यह सच है और स्वीकार किया जाना चाहिए कि हम महिला सुरक्षा में विफल रहे हैं। मणिपुर पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, हमें इस बात की जांच करनी चाहिए कि राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार क्यों बढ़े हैं।'' गुढ़ा ने कहा था कि, राजस्थान आज रेप के मामलों में अव्वल बन गया है, ये हमारी सरकार की विफलता है। गुढ़ा के इस बयान के चंद घंटों बाद ही कांग्रेस हाईकमान से चर्चा कर उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था। 'मुझे सच बोलने की सजा मिली..', बर्खास्तगी पर बोले गुढ़ा, विधानसभा में कहा था- राजस्थान रेप में अव्वल, हमारी सरकार नाकाम ! बंगाल: बीच सड़क पर 2 महिलाओं के कपड़े फाड़े, किया निर्वस्त्र! ममता की मंत्री बोलीं- बेचारे गरीब थे, इसको राजनितिक चश्मे से न देखें 'कांग्रेस को भर्ती करो तो दिक्कत, न करो तो भी दिक्कत', प्रियंका गांधी पर CM शिवराज का पलटवार