रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि वह युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय विद्यार्थियों एवं अन्य व्यक्तियों की सहायता करें. सीएम ने टि्वटर पर बताया कि केंद्र सरकार देश से पढ़ाई अथवा काम करने यूक्रेन गए अन्य व्यक्तियों की सहायता करें. इससे पहले प्रदेश के अनेक व्यक्तियों ने ट्वीट कर सीएम से अपने बच्चों तथा सगे संबंधियों को यूक्रेन से वापस लाने में सहायता मांगी थी. वही ऐसी ही एक घटना में गोड्डा के विश्वनाथ दास ने सीएम को लिखा, 'मैं गोड्डा का रहने वाला विश्वनाथ दास हूं तथा मेरा बेटा आदित्यराज यूक्रेन के एक यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है, उसे कृपया जल्द वापस लाने का प्रबंध करवायें.' बाद में ऐसे अनेक ट्वीट तथा अनुरोध सीएम को प्राप्त हो जिस पर सीएम ने संज्ञान लिया तथा विदेश मंत्रालय एवं अन्य संबद्ध अफसरों से विद्यार्थियों तथा अन्य लोगों की सहायता की अपील की. वही बृहस्पतिवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारतीय वायुसेना यूक्रेन में फंसे लोगों को वाणिज्यिक विमानों के साथ एयरलिफ्ट करने के लिए तैयार है. श्रृंगला ने बताया, 'विदेश मंत्रालय रक्षा मंत्रालय के कांटेक्ट में है. हमने उनसे बताया है कि हमें एयरलिफ्ट के लिए प्रावधानों की जरुरत होगी. उस हालत में भारतीय वायुसेना वाणिज्यिक विमानों के साथ जा सकती है. सभी विकल्प मेज पर हैं.' उन्होंने यह भी बताया कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता भारतीय नागरिकों की सुरक्षा तथा उनकी निकासी है. विदेश सचिव ने कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने फंसे हुए भारतीय लोगों को निकालने के लिए सीमावर्ती इलाकों में एक शिविर स्थापित करने के लिए अपने पोलिश, रोमानियाई, हंगरी तथा स्लोवाकियाई समकक्षों से चर्चा की है. इस राज्य में नहीं थम रहा कोरोना का प्रकोप, 24 घंटे में सामने आए इतने नए मामले रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के कारण तेल की कीमतें बढ़ रही हैं आज बाजार में घटी सोने की चमक, हुआ इतना सस्ता