नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए की जा रही कोशिशों के अंतर्गत इंद्रप्रस्थ अपोलो तथा सर गंगाराम हॉस्पिटल सहित 14 हॉस्पिटल को पूर्ण रूप से कोरोना वायरस हॉस्पिटल घोषित किया जा चुका है। इन हॉस्पिटल में अब सिर्फ कोविड संक्रमित मरीजों का ही उपचार किया जाएगा। दूसरी बीमारियों से पीड़ति मरीजों का उपचार अब इन हॉस्पिटल में नहीं हो सकेगा। जिसके अतिरिक्त गवर्नमेंट ने 115 निजी हॉस्पिटल को और अधिक बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने 101 निजी हॉस्पिटल को भी कोरोना का उपचार शुरू करने और हॉस्पिटल की कुल क्षमता के 60 प्रतिशत वार्ड बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश जारी किए जा चुके है। वहीं, 19 निजी हॉस्पिटल को 80 प्रतिशत तथा 82 को 60 फीसद आइसीयू बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के लिए कहा है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के केसों में तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर सोमवार को समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन तथा प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव सहित तमाम आला अधिकारी शामिल हुए थे। बैठक के बीच मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कोविड-19 से ग्रसित मरीजों के लिए अस्पताल में बिस्तरों का आंकड़ा बढ़ाने का निर्देश दिया था। साथ ही 14 अस्पतालों को पूर्ण रूप से कोरोना सेण्टर घोषित करने का ऐलान किया था। प्रदेश सरकार ने जिन अस्पतालों को कोविड हॉस्पिटल घोषित किया है, वे इस प्रकार है:- 1.इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल 2.होली फैमिली अस्पताल 3.सर गंगाराम अस्पताल 4.वेंकटेश्वर अस्पताल 5.मनीपाल अस्पताल 6.जयपुर गोल्डन अस्पताल 7. माता चानन देवी अस्पताल 8. पुष्पावती सिंघानिया अस्पताल 9. सरोज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल 10. महाराजा अग्रसेन अस्पताल, पंजाबी बाग 11. मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, शालीमार बाग 12. फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग 13. मैक्स स्मार्ट सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, साकेत 14. श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, पश्चिम बिहार। 'कर्नाटक में लॉकडाउन लगाने का सवाल ही नहीं..', एक ही दिन में येदियुरप्पा ने बदला स्टैंड बंगाल चुनाव: EC के फैसले के खिलाफ धरने पर बैठीं ममता, लगाए ये गंभीर आरोप सोनिया गांधी ने PM मोदी से की अपील, कहा- COVID-19 के अधिक टीके के आपातकालीन उपयोग की दें अनुमति