कोलकाता। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह उग्रवाद को लेकर गंभीर चिंतन कर रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्रियों की बैठक आयोजित की जा रही है। मगर इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भागीदारी नहीं करेंगी। माना जा रहा है कि वे एनडीए का विरोध कर रही हैं लेकिन इसके पीछे का कारण उनकी व्यस्तता बताई जा रही है। हालांकि ममता बनर्जी को कथित तौर पर बैठक के लिए निमंत्रण दिया गया है। गौरतलब है कि सीएम ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आयोजित की गई नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठ क में शामिल नहीं हुई थीं। इस दौरान उन्होंने वित्तमंत्री अमित मित्रा को बैठक के लिए भेज दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्णय लिया था कि राज्य का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री द्वारा किया जा सकता है। ऐसे में मित्रा को बैठक में भागीदारी नहीं की जा सकी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने माओवाद के खतरे को लेकर कहा कि वे ममता बनर्जी सरकार की सफलताओं को सामने रखें। उनका कहना था कि ममता बनर्ज की सरकार के आने के बाद माओवादी आंदोलन धीमा पड़ गया है। माओवादी सरकार के एक्शन से डर रहे हैं और उन्होंने अब किसी भी व्यक्ति को मारा नहीं है। उनका हिंसक आंदोलन पैर नहीं जमा पा रहा है इन बातों को भी केंद्र सरकार को बताना होगा। नए महागठबंधन की तैयारी में लग रहे अखिलेश यादव लड़कियों को दिखाते थे वीडियो और फिर कराया जाता धंधा