अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में सुखबीर बादल पर हुए हमले की घटना ने प्रदेश में हलचल मचा दी है। सीएम भगवंत मान ने इस घटना को बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि गुरु की नगरी में ऐसी घटना का होना निंदनीय है। उन्होंने कहा, "पंजाब पुलिस की सतर्कता के कारण हमलावर अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया। मैं इस घटना की पूरी जांच करवा रहा हूं तथा पुलिस अधिकारियों के संपर्क में हूं। मैंने निर्देश दिए हैं कि पता लगाया जाए कि इस घटना के पीछे किसका हाथ है और इसका मकसद क्या था।" सीएम ने इसे पंजाब को बदनाम करने की साजिश करार दिया और कहा, "मैं ऐसी साजिशों को सफल नहीं होने दूंगा।" मामले की तहकीकात कर रही टीम के सब-इंस्पेक्टर कैलाश सिंह ने बताया कि घटना के सिलसिले में वे गुरदासपुर स्थित नारायण सिंह चौरा के घर पहुंचे हैं। हालांकि, वहां अभी तक परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं है। टीम उनसे बात करने का प्रयास करेगी। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर, अर्पित शुक्ला ने बताया कि घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। सुखबीर बादल पर जानलेवा हमला हुआ, किन्तु पुलिस की सतर्कता के चलते हमलावर अपने इरादे में असफल रहा। उन्होंने कहा, "मौके पर 175 पुलिस कांस्टेबल एवं अन्य पुलिसकर्मी सिविल कपड़ों में तैनात थे। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने 9 एमएम का हथियार लेकर घटना को अंजाम देने का प्रयास किया, किन्तु पुलिस ने बहादुरी दिखाते हुए उसे रोक लिया।" अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने भी घटना पर दुख जताया तथा इसे निंदनीय बताया। उन्होंने कहा, "दरबार साहिब शांति का प्रतीक है एवं वहां चेकिंग नहीं होती। खालिस्तान की बात पंजाब या देश में प्रासंगिक नहीं है। जैसे कुछ लोग 'हिंदू-हिंदू' करते हैं, वैसे ही कुछ लोग 'खालिस्तान' की बात करते हैं। किन्तु ऐसे प्रयासों से देश बंटेगा नहीं।" जाम में फंसे लोगों ने सरेआम कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जड़े दनादन थप्पड़, मचा बवाल 'CM के लिए अपने नाम का मत रखना प्रस्ताव...', रुपाणी ने क्यों दी ये हिदायत? 2 महीनों में 24 वर्षीय महिला ने 2 बार रचाई शादी, चौंकाने वाला है मामला