पटना: RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव अपने विभाग की सीएम नीतीश कुमार के स्तर पर ली गई समीक्षा बैठक से नदारद रहे। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार सभी मंत्रालयों के काम-काज की नियमित रूप से समीक्षा करते हैं और आज पर्यावरण मंत्रालय के काम के समीक्षा की बारी थी, मगर पटना में रहने के बाद भी तेज प्रताप यादव अपने ही मंत्रालय की बैठक में नहीं पहुंचे। RJD से संबंधित सूत्रों ने तेज प्रताप के ना जाने पर कहा है कि मुख्यमंत्री के स्तर पर आयोजित समीक्षा बैठकों में विभागीय मंत्री का रहना अनिवार्य नहीं है। इससे पहले गुरुवार को सीएम नितीश कुमार ने पर्यटन विभाग के काम की समीक्षा की थी जिसमें राज्य के पर्यटन मंत्री व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शामिल रहे थे। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अब तक के काम की समीक्षा के क्रम में शुक्रवार (2 जून) को जल जीवन हरियाली अभियान के तहत पूरे बिहार में वृक्षारोपण की प्रगति की समीक्षा होनी थी। विभागीय मंत्री की गैर-हाजिरी में सीएम आवास पर नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक ली। विभाग के प्रधान सचिव अरविंद चौधरी ने विभाग के कार्यों की अद्यतन स्थिति के बारे में सीएम को अवगत कराया। इस दौरान सीएम नीतीश ने अधिकारियों से कहा कि पर्यावरण संरक्षण में विभाग की बड़ी भूमिका है। विभाग नीतियों और प्राथमिकताओं के आधार पर बेहतर तरीके से कार्य करे और लक्ष्य के अनुरूप तेजी से पौधारोपण कराएं। पौधारोपण की कार्ययोजना सही तरीके से कार्यान्वित की जाए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र के निचले इलाकों में जल संग्रहण के लिए जो जगह बनाए गए हैं उन जगहों पर भी वृक्षारोपण करवाया जाए। जो पौधे पहले से लगाए गए हैं उनको बचाने के लिए तमाम आवश्यक उपाय करें। कर्नाटक: मुस्लिम महिलाओं को Baby-Making Factory कहने पर RSS कार्यकर्ता गिरफ्तार 'श्मशान के करीब पहुँच गई है शिक्षा व्यवस्था..', बंगाल में बोले मिथुन चक्रवर्ती 'आपका रवैया बहुत सुस्त है..', CBI पर भड़की अदालत, बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ा है मामला