CM नीतीश ने दिए आरोपों के जवाब, जल्द होगा मंत्रिमंडल का गठन

पटना। बिहार में आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 131 विधायकों के समर्थन से शक्ति परीक्षण में सफलता प्राप्त की। नीतीश के सहयोगी रहे मगर शक्ति परीक्षण में विपक्षी बने दल आरजेडी को 108 विधायकों का समर्थन मिला। ऐसे में जेडीयू, भाजपा गठबंधन की सरकार बिहार में अस्तित्व में आई। सीएम नीतीश कुमार ने अपने समर्थन में साथ आए विभिन्न दलों के विधायकों और नेताओं को धन्यवाद दिया और विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया।

उन्होंने कहा कि यह पहला ऐसा अवसर है जब राज्य में और केंद्र में एक ही प्रकार की सरकार अस्तित्व में आई है। ये सरकारें विकास करेंगी। हम काम करने के लिए राजनीति में आए हैं राजभोग के लिए नहीं आए हैं। हालांकि विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार के उद्बोधन के दौरान विपक्षी हंगामा करते रहे लेकिन उन्होंने अपना वक्तव्य प्रभावी तरह से दिया।

अब सभी का ध्यान नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल पर जा रहा है। अभी से ही मंत्रियों के नाम को लेकर कयास लगने लगे हैं। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में हम के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी शामिल हो सकते हैं। साथ ही विजेंदर प्रसाद यादव,ललन सिंह,लेसी सिंह,श्रवण कुमार,जय कुमार सिंह,खुर्शीद अहमद,बीजेपी कोटे से नंदकिशोर यादव,डॉ. प्रेम कुमार,मंगल पांडेय,रजनीश कुमार ,ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू,रामप्रीत पासवान आदि के नाम शामिल हैं।

सीएम नीतीश कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि सेक्युलर हम भी हैं हमें धर्मनिरपेक्षता का पाठ न पढाया जाए। उन्होंने स्पष्टतौर पर कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा। सीएम नीतीश के इस तरह के वक्तव्य से यह माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिजन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

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