पटना: राष्ट्रिय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हाल ही में सीएम नीतीश कुमार को लेकर सोशल मीडिया पर सॉफ्ट हो गए थे। तेज प्रताप यादव ने एक ट्वीट से बिहार में अनुमानों का बाजार गर्म कर दिया था। दरसअल, रामनवमी के अवसर पर तेज ने ट्वीट में एक तस्वीर साझा की। जिसमें सफेद कागज पर लिखा था, ‘एंट्री नीतीश चाचा’। इस तस्वीर के साथ तेज प्रताप कैप्शन में लिखा, राम नवमी के शुभ मौके पर बहुत जरूरी। इस ट्वीट ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया तथा राजनीतिक कयासबाजी का दौर आरम्भ हो गया। कुछ लोगों ने सीएम नीतीश कुमार के RJD में जाने के अनुमान लगाने शुरू कर दिए। वही शुक्रवार को इफ्तार का अवसर था। लंबे समय बाद सीएम नीतीश कुमार राबड़ी आवास पहुंचे। राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश शामिल हुए। सीएम के आगमन को लेकर ऐसा लगा जैसे राबड़ी का बंगला पलक पावड़े बिछाए बैठा है। तैयारी जोरों से की गई थी। तेजस्वी यादव समेत पूरे लालू परिवार ने सीएम नीतीश का गर्मजोशी से स्वागत किया। कल ही के दिन लालू प्रसाद यादव को जमानत मिली थी। शुक्रवार का दिन लालू परिवार के लिए 'गुड फ्राइडे' बनकर आया है। नीतीश कुमार राबड़ी आवास पर सालों पश्चात् पहुंचे थे। इससे पहले 2017 में वे 10 सर्कुलर रोड की इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे। जिसका आयोजन स्वयं RJD सुप्रीमो लालू यादव ने किया था। एक बार फिर नीतीश राबड़ी आवास पर पहुंचे हैं, जहां एक बार फिर उन्होंने प्रेम सौहार्द तथा भाईचारे के संदेश को आगे बढ़ाया। किन्तु इस बार नीतीश के राबड़ी आवास पहुंचने के बीच बिहार का राजनीतिक समीकरण कुछ और है। इस बार नीतीश लालू के साथ नहीं बल्कि NDA के साथ सरकार चला रहे हैं। दूसरी तरफ नीतीश के राबड़ी आवास पहुंचते ही सोशल मीडिया में खबरों की बाढ़ आ गई कि क्या तेज प्रताप यादव को नीतीश चचा की एंट्री वाले संदेश का मायना सच में सही था। कुछ लोग इसे बिहार के बदलते समीकरण तथा बोचहां चुनाव में NDA की करारी पराजय का साइड इफेक्ट भी बता रहे हैं। वही जब शुक्रवार को नीतीश कुमार राबड़ी आवास पहुंचे तो तेजस्वी यादव व राबड़ी देवी ने उनका स्वागत किया। इस के चलते तेज प्रताप यादव एवं मीसा भारती के साथ ही तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री भी उपस्थित रहीं। विशेष बात ये रही कि सीएम की आगवानी स्वयं तेजस्वी यादव ने गेट पर जाकर की। दोनों नेताओं के चेहरे पर झलकने वाले भाव को देखने वालों का कहना है कि बहुत खुशमिजाज थे दोनों और ऐसा लग रहा था कि चाचा भतीजे के बीच प्रगाढ़ राजनीतिक प्रेम पनप रहा है। इस इफ्तार के राजनीतिक मायने इस लिए भी निकाले जा रहे हैं कि इस बार न केवल नीतीश कुमार बल्कि चिराग पासवान समेत कई अन्य दलों के नेता सम्मिलित हुए। इफ्तार पार्टी में मुकेश सहनी, जीतन राम मांझी समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए। ऐसे में ये साधारण नहीं बल्कि राजनीतिक इफ्तार ही है। राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की आहट ! सोनिया गांधी से मिले सचिन पायलट 'यह कुकृत्य कांग्रेस की शवयात्रा निकालेगा...', अलवर में 300 वर्ष प्राचीन मंदिर तोड़े जाने पर भड़का VHP 'राहुल गांधी को 1000 रुपये जुर्माना दे...', RSS नेता को कोर्ट ने दिया आदेश