भोपाल: आज सिखों के तीसरे गुरु और श्रद्धेय गुरु अमरदास जी का प्रकाशोत्सव है। ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके चरणों में कोटिश: नमन किया है। जी दरअसल ट्वीट के माध्यम से उन्होंने सिखों के तीसरे गुरु और श्रद्धेय गुरु अमरदास जी के प्रकाशोत्सव पर उन्हें नमन किया है। अपने ट्वीट में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है, ''सामाजिक सौहार्द और जगत के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर देने वाले, सिखों के तीसरे गुरु, श्रद्धेय गुरु अमरदास जी के प्रकाशोत्सव पर उनके चरणों में कोटिश: नमन! आपने जो मानवता की सेवा व उन्नति की राह दिखाई है, उस पर चलते हुए हम सब सर्वदा जगत के मंगल के लिए कार्य करते रहेंगे।'' सामाजिक सौहार्द और जगत के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर देने वाले, सिखों के तीसरे गुरु, श्रद्धेय गुरु अमरदास जी के प्रकाशोत्सव पर उनके चरणों में कोटिश: नमन! आपने जो मानवता की सेवा व उन्नति की राह दिखाई है, उस पर चलते हुए हम सब सर्वदा जगत के मंगल के लिए कार्य करते रहेंगे। pic.twitter.com/qzezGck7cS — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 25, 2021 आप सभी को हम यह भी बता दें कि सिखों के तीसरे गुरु अमरदास जी बड़े आध्यात्मिक चिंतक तो थे। जी दरसल उन्होंने समाज को विभिन्न प्रकार की सामाजिक कुरीतियों से मुक्त करने के लिए प्रेरणा दी थी और सभी को सही मार्ग पर चलना सिखाया था। कहा जाता है गुरु अमरदास जी ने वैशाख शुक्ल एकादशी संवत 1536 वि. यानी 23 मई, 1479 ई। को अमृतसर के 'बासर के' गांव में पिता श्री तेजभान एवं माता लखमी जी के घर जन्म लिया। वह दिन भर खेती और व्यापार करने में व्यस्त रहते थे लेकिन इसके बाद भी हरि नाम सिमरन करते रहते थे। कहते हैं सिखों के दूसरे गुरु श्री अंगद देव जी ने उनकी सेवा और समर्पण से प्रसन्न होकर एवं उन्हें सभी प्रकार से योग्य जानकर 'गुरुगद्दी' सौंप दी थी। MP: CM शिवराज ने किया रास बिहारी बोस की जयंती पर नमन कर्नाटक राज्य को केंद्र से मिले 3 लाख कॉविशिल्ड टीके: स्वास्थ्य मंत्रालय 16 करोड़ के इंजेक्शन से ही बच सकती थी नन्हे 'अयांश' की जान, 'विरूष्का' ने ऐसे किया दवा का इंतज़ाम