इंदौर: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही अभी बहुत वक़्त है, मगर सीएम शिवराज सिंह चौहान अभी से उसकी तैयारी में लग गए हैं. विधानसभा का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी के ऐसे विधायकों से वन-टू-वन चर्चा की है, जिनका रिपोर्ट कार्ड नेगेटिव है. यह रिपोर्ट आंतरिक सर्वे के बाद बनाई गई है, जिसमें विधायकों और मंत्रियों का परफॉर्मेंस मापा गया है. विधायकों के साथ गुरुवार (22 दिसंबर) से आरम्भ हुआ वन-टू-वन चर्चा का दौर शनिवार (24 दिसंबर) शाम ख़त्म हुआ. इस दौरान लगभग 40 से 50 विधायकों से सीएम शिवराज ने अलग-अलग दिन और वक़्त पर वन-टू-वन मुलाकात की है. सर्वे रिपोर्ट के आधार पर सीएम शिवराज ने विधायकों को उनकी कमियां बताते हुए उसे दूर करने का सुझाव दिया है. सीएम शिवराज ने नेगेटिव रिपोर्ट वाले विधायकों को स्पष्ट कह दिया है कि वह अपने क्षेत्र में अधिक वक़्त दें और अगले 6 महीने में कमियों को दूर करें, नहीं तो आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट मिलने में समस्या आ सकती है और हो सकता है कि उनका टिकट भी कट जाए. सीएम शिवराज से संबंधित सूत्रों की मानें तो लगभग 40 ऐसे विधायक हैं, जिनकी स्थिति उनके विधानसभा क्षेत्र में सही नहीं है. सीएम शिवराज ने विधायकों से स्पष्ट कह दिया है कि क्षेत्र के विकास में कोई कसर न छोड़ें और इसके साथ ही सामाजिक और जातिगत समीकरणों को जोड़ने पर ध्यान केंद्रित करें. भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए जयराम ठाकुर, सर्वसम्मति से लिया गया फैसला 'ऐसे बयान पर दर्ज हो देशद्रोह का केस', सिद्दीकी पर फूटा इंजीनियर शैलेंद्र का गुस्सा 'लव जिहाद का मामला निकला तो होगी जांच', तुनिशा शर्मा सुसाइड केस में आया BJP नेता का बड़ा बयान