इंदौर : किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा से किसानो के गुस्से को शांत करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपवास का रास्ता अपनाया है. आज सुबह 11 बजे से सीएम शिवराज भोपाल के दशहरा ग्राउंड में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए है. इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि- मेरी हर सांस राज्य की जनता के लिए है. बिना किसान के प्रदेश आगे नहीं बढ़ सकता है. किसानो को उचित दाम मिले इसके लिए एक हजार करोड़ के फंड की व्यवस्था की जाएगी. हमारी सरकार ने मालवा को रेगिस्तान बनने से बचाया है. मैं हमेशा दर्द में किसानो के साथ खड़ा रहूंगा. किसानो और उपभोक्ताओं के बीच से बिचोलियो को हटाएंगे. आंदोलन तभी जायज है जब सरकार बात करने के लिए तैयार नहीं है. हम किसानो को दर-दर के ठोकरे नहीं खाने देंगे. किसानो के साथ हम खड़े हैं. वही दूसरी और मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा है कि किसानों की कर्ज माफी के वे पक्ष में नहीं हैं. बता दे कि चारों ओर से घिरने के बाद शिवराज सिंह ने उपवास का गांधीवादी तरीका चुना है. किसानों के आंदोलन का आज दसवां दिन हैं. पुलिस की फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद आक्रोशित किसानो ने इस शांत प्रदेश को आंदोलन की आग में झुलसा दिया. इसके लिए शिवराज पर उँगलियाँ उठ रही थीं. ऐसे में शिवराज ने उपवास का दांव खेला है. क्या उपवास से लोगों किसानों की समस्याएं सुलझ जाएंगी यह प्रश्न अनुत्तरित है. जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा किसानों के सुख -दुख में शिवराज साथ रहे हैं. किसान परेशान है इसलिए उपवास करेंगे. बातचीत का न्योता दिया है. शिवराज के उपवास पर बैठने की घोषणा के साथ ही भेल दशहरा मैदान पर तैयारियां तेज हो गई है. आपको बता दें कि शिवराज सिर्फ उपवास पर ही नहीं बैठेंगे बल्कि इसी मैदान से ही अपनी सरकार चलाकर जनता की समस्याएं भी सुनेंगे. क्या शिवराज के उपवास से ठंडी होगी हिंसा की आग ? मंदसौर हिंसा में अब तक 7 किसानो की मौत, आज एक और किसान ने दम तोडा न नंबर और न हैलमेट, बाइक पर तीन सवार होकर मंदसौर निकले राहुल, फिर बन गया मजाक आंदोलन के पीछे कांग्रेस की सोची समझी साजिश : उमा भारती