लखनऊ: गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मॉनसून से पहले अधिकारियों को एक बार फिर चेताते हुए कहा है कि जलनिकासी की व्‍यवस्‍था को दुरुस्‍त कर लें। सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि इस बार बरसात में जलभराव हुआ, तो जिम्मेदार अफसरों की जवाबदेही तय की जाएगी। जलभराव से निपटने के बंदोबस्त के लिए वक़्त रहते दिशानिर्देश जारी किए गए थे। दरअसल, सीएम योगी सोमवार को गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर कक्ष में विकास कार्यों की जानकारी ले रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि बरसात में किसी भी नागरिक को जलभराव की समस्या का सामना न होना पड़े। इस पर बताया गया कि सभी नालों की तल्लीझार सफाई के साथ ही पंपिंग स्टेशनों की जरूरत के मुताबिक क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। बैठक में मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी, डीएम कृष्णा करुणेश, CDO इंद्रजीत सिंह, विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। सीएम योगी ने निर्माणाधीन सैनिक स्कूल, आयुष यूनिवर्सिटी आदि के प्रगति की जानकारी लेते हुए अधिकारियों से कहा कि ये दोनों परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरी करें। सीएम ने वेटनरी कालेज के लिए जमीन की उपलब्धता के विषय में पूछा तो SDM सदर कुलदीप मीणा ने उन्हें चिह्नित की गई जमीन के बारे में जानकारी दी। सीएम योगी ने जल्द से जल्द जमीन तय करने के निर्देश दिए। 'लिस्ट भेज रहा हूँ, पहले इन्हे नौकरी दो..', अग्निपथ का समर्थन कर रहे उद्योगपतियों से बोले अखिलेश भाजपा या कांग्रेस? किसने बनाया इंदौर को 'बादशाह', जानिए किसके राज में कितना बदला शहर 'अग्निपथ के जरिए अपनी सेना बनाना चाहती है भाजपा..', ममता बनर्जी का आरोप