लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायरब्रांड नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्वाचन आयोग के नोटिस का जवाब दे दिया है. उन्होंने कहा कि जब हम किसी चुनाव के मंच से पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में रैली करते हैं, तो हमें जनता को संबोधित करना होता है. चुनावी मंच पर कोई भजन करने जाता है क्या? सीएम योगी ने कहा है कि आपसी बातचीत को कहीं कोट करना आचार संहिता में नहीं आता. कोई बात किसी किताब या कहीं लिखी है या कहीं कही गई है, अगर मैं वह भी नहीं कह सकता तो फिर चुनाव में कोई क्या बोल पाएगा? कोई भजन करने के लिए मंच पर जाता है क्या? अपने विरोधी को घेरने के लिए और उसे उखाड़ कर फेंकने के लिए चुनावी मंच पर जाते हैं.' आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को उस बयान के लिए नोटिस भेजा था, जिसमें उन्होंने समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन उम्मीदवार को 'बाबर की औलाद' कहा था. सीएम योगी ने संभल में चुनावी रैली करते हुए इस सीट से गठबंधन के प्रत्याशी शफीकुर्रहमान बर्क को लेकर विवादित बयान दिया था. इस बयान की शिकायत सपा-बसपा गठबंधन ने निर्वाचन आयोग से की थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए सीएम योगी को नोटिस भेजकर 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा था. सीएम योगी ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग के नोटिस का जवाब दिया है. इससे पहले निर्वाचन आयोग योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे के लिए प्रचार पर प्रतिबन्ध लगा चुका है. खबरें और भी:- पूनम सिन्हा की जीत को लेकर बोले शत्रु, कहा- केंद्रीय गृहमंत्री पर भारी पड़ेंगी हमारी गृहमंत्री ट्रम्प के खिलाफ उतरे अमेरिकी सांसद, किया भारत का समर्थन विपक्ष पर जमकर बरसे पीएम मोदी, कहा - बीकानेर तरसता रहा और पाक को पानी देती रही कांग्रेस