लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम के बीच प्रदेश के विभिन्न विभागों में उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से चयनित 795 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित कर दिए है। इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोला है कि यूपी में काम करने वाले अधिकारियों के बारे में माना जाता है कि वे कहीं भी झण्डा गाड़ने वाले है। प्रदेश की 25 करोड़ जनता तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने का अनुभव बहुत अहम् होता है। आप सब सौभाग्यशाली हैं जो इस सरकार में नौकरी के लिए आवेदन भी कर दिया है। पूरी पारदर्शिता के साथ आपका चयन हो चुका है। कहीं भी आपको घूस नहीं देना पड़ा। इससे पहले की स्थिति के बारे में सब जानते हैं। सीएम योगी ने बोला है कि 2017 से पहले पद खाली थे। 1 लाख 64 हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती हमारी गवर्नमेंट में हुई। जब पुलिस ही नहीं होगी तो कानून व्यवस्था किस तरह की वाली वाली है। PSC की 54 कम्पनियां खत्म कर दी गयी थीं। भर्ती नहीं हो पा रही थी। सभी आयोग भ्रष्टाचार की भेंट भी चढ़ चुके थे। युवाओं को आंदोलन करना पड़ रहा था। भाई-भतीजावाद व्याप्त था। पैसे का बोलबाला था। कुछ लोगों के घरों से लिस्ट भेजी जाती थी। अयोग्य लोगों को चयन बोर्डों की जिम्मेदारी भी प्रदान कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने बोला है कि हमने अधिकारियों से स्पष्ट कहा था कि यदि यूपी के युवाओं के भविष्य के साथ किसी ने खिलवाड़ किया तो उनके विरुद्ध ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि उनकी पीढ़ियां याद रखने वाली है। अब मुन्ना भाई परीक्षा देने से पहले ही उठा लिए जाते हैं। उन्होंने बोला है कि प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र का 1984 में IAS में चयन हुआ। 39 वर्षों से सेवा दे रहे हैं। पूरी ईमानदारी और निष्ठा से सेवा दे रहे हैं, तब वह आज सर्वोच्च पद पर बैठे हैं। वह अधिकारियों के लिए रोल मॉडल भी होने वाले है। आप लोग भी ऐसे ही कार्य करें। ट्रांसफर के लिए सिफारिश करने के बजाए पूरी निष्ठा से कार्य करें। शासन आपको अच्छी जगह खुद तैनाती देने वाला है। CM अशोक गहलोत की आवाज में BJP नेता ने की मिमिक्री, वीडियो देख हैरान हुए लोग 'हम शराब के ठेकेदार, कैसे बंद करा दें ठेका', इस नेता का वीडियो हुआ वायरल दिल्लीवासियों के लिए अच्छी खबर, सरकार ने किया ये बड़ा ऐलान