लखनऊ। यूपी के देवरिया में शेल्टर होम में मुजफ्फरपुर जैसा मामला सामने आने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इस मामले में गंभीर हो गए है। उन्होंने 12 घंटे के भीतर यूपी के सभी आश्रय गृहों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। यूपी सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को तत्काल अपने-अपने जनपद में महिला संरक्षण गृह और बाल संरक्षण गृह का निरीक्षण कर 12 घंटे में शासन को रिपोर्ट सौंपने कराने के आदेश दिए हैं। मुजफ्फरपुर रेप कांड मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने तीन अगस्त 2018 को सभी जिलाधिकारियों को बाल एवं महिला संरक्षण गृहों के व्यापक निरीक्षण के संबंध में विस्तार से निर्देश दिए थे। इन निर्देशों का अनुपालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कमेटी को आदेश दिए गए कि वो तत्काल मौके पर जाकर जांच करे। मुजफ्फरपुर यौन शोषण: FIR भी प्रोजेक्ट भी, आखिर क्या चाहती है सरकार ? इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने देवरिया स्थित नारी संरक्षण गृह के प्रकरण पर गंभीर रुख अपनाते हुए डीएम को निष्काषित कर दिया है और पूर्व में प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी के रूप में तैनात नीरज कुमार और अनूप सिंह के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश भी दिए है। ख़बरें और भी बालिका गृह कांड : अकेला मुजफ्फरपुर नहीं, पूरे बिहार में इन 15 संस्थाओं में पसर रही हैं दरिंदगी मुजफ्फरपुर बालिका गृह: नशे की दवाई देकर ब्रजेश करता था दुष्कर्म मुजफ्फरपुर: शेल्टर होम केस में CBI जांच के आदेश