लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न भर्ती आयोगों की नियुक्तियों पर अंगुली उठाने पर विपक्षी दलों पर तीखा पलटवार किया है। योगी ने कहा कि एक झूठ सौ बार बोलने से सच नहीं हो जाता। डेढ़ साल में एक लाख से अधिक भर्तियां की गई हैं। किसी भी भर्ती में भ्रष्टाचार का एक प्रमाण विपक्ष दे तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे। बिना तथ्य के नहीं लगाना चाहिए आरोप बता दें सीएम योगी शुक्रवार को विधानसभा में सरकारी भर्तियों में अनियमितताओं पर लाए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे। योगी ने कहा कि कोई भी आरोप बिना किसी तथ्य के नहीं लगाना चाहिए। लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और पुलिस भर्ती बोर्ड जिस पारदर्शिता से भर्तियां कर रहे हैं, वैसा पिछले 15 वर्षों में कभी नहीं हुआ। जानकारी अनुसार शिक्षक भर्ती पर सीएम योगी ने बताया कि एक न्यायाधीश ने इसकी सीबीआई जांच का आदेश दिया था। हाईकोर्ट ने उस आदेश पर रोक लगा दी है। बता दे 68,500 शिक्षकों की भर्ती में 1.05 लाख आवेदन आए। इनमें से 41,500 अभ्यर्थी पास हुए। सीएम योगी ने बताया कि सचिव और अध्यक्ष के आपसी मतभेद के चलते अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया है। सीएम योगी ने मेरे घर के नल की टोटी खोजी थी, मैं सत्ता में आने पर उनकी चिलम ढूंढूंगा - अखिलेश यादव अचानक अस्पताल पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, महिला की शिकायत पर प्रशासन को लताड़ा यूपी में ओबीसी वर्ग पर लागू होगा नया आरक्षण फार्मूला, योगी सरकार ने बनाया मास्टर प्लान