नागरिकता कानून का विरोध करते हुए उपद्रव करने वालों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से भी कड़ा संदेश दिया. दो टूक शब्दों में कहा कि नकारात्मक मानसिकता के अराजकतत्व अगर सुधरेंगे तो अच्छा, नहीं तो उन्हें उनकी मनचाही यात्रा पर भेजा जाएगा. कहा कि नकारात्मक सोच से किसी का विकास नही हो सकता. प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा करे. मिस्र: दो बस हादसों में 28 लोगों की दर्दनाक मौत, मृतकों में भारतीय पर्यटक भी शामिल शनिवार को सीएम शहर के जुबिली इंटर कॉलेज में 185 करोड़ की 20 परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के मौके पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफ गानिस्तान एवं बांग्लादेश के पीड़ित और प्रताड़ित वे लोग, जिन्होंने भारत में शरण ली थी, उन्हें नागरिकता देने के लिए सरकार की ओर से कानून लाया गया है. Year Ender 2019: पुनिया समेत इन खिलाड़ियों ने दुनिया में लहराया तिरंगा आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह कानून भारतीय संस्कृति की मानवता के प्रति उन वचनवद्धताओं को दोहराता है, जिसमें शरण में आए लोगों की रक्षा करना धर्म बताया गया है. मगर कुछ लोगों को गुमराह करके आगजनी, सड़क पर तोड़फोड़-उपद्रव का प्रयास किया जा रहा है जिसे सरकार सफल नहीं होने देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति जलाने वालों से क्षति की वसूली की जाएगी.इस अवसर पर महापौर सीताराम जायसवाल, नगर विधायक डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल, विधायक ग्रामीण विपिन सिंह, विधायक खजनी संत प्रसाद, विधायक सहजनवां शीतल पांडेय, विधायक पिपराइच महेन्द्रपाल सिंह, विधायक चौरीचौरा संगीता यादव, महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौैधरी, उपाध्यक्ष युवा कल्याण आयोग विभ्राट चंद कौशिक, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेन्द्र सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, कमिश्नर जयन्त नार्लिकर, डीएम के. विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता आदि उपस्थित रहे. अन्ना हजारे ने सीएम उद्धव को लिखा पत्र, कहा- धन का दुरूपयोग ना करें, मेरी.... झारखंड: हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण से उद्धव और शरद पवार ने बनाई दुरी, आखिर क्या है ऐसी मज़बूरी मेरठ SP के बयान को लेकर सियासत गर्म, अब मायावती ने भी ट्विटर पर कही ये बात