थाईलैंड : थाइलैंड की थाम लुआंग गुफा में फंसे फुटबॉल टीम के 12 बच्चों और उनके कोच को 18 दिनों तक चले बचाव अभियान के बाद गुफा से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. फुटबॉल टीम के कोच एक्कापोल चांतावांग थाइलैंड गुफा मामले में हीरो बनकर उभरे हैं. लेकिन वह पानी से लबालब भरी गुफा में कई दिन फंसी रही फुटबाल टीम से जुड़े उन सदस्यों में शामिल हैं जिनके पास थाईलैंड की नागरिकता तक नहीं है. मामले में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि थाइलैंड में करीब चार लाख 80 हजार ऐसे लोग हैं जिनके पास इस देश की नागरिकता तक नहीं है. इनमें से कई लोग घुमंतू पर्वतीय आदिवासी तथा अन्य जातीय समूहों का हिस्सा हैं जो सदियों से मे-साई के आसपास रह रहे हैं. यह जगह थाइलैंड , म्यांमार , लाओस और चीन की सीमा से लगे कानून रहित इलाके 'स्वर्णिम त्रिभुज' के बीचोबीच मौजूद है. ‘वाइल्ड बोअर्स’ टीम के युवा फुटबालर और कोच कई दिन गुफा में फंसे रहने के बाद जीवित बाहर निकले थे. उनकी प्रशंसा विशेष रूप से इस बात के लिए हो रही है कि वह 11 से 16 साल के युवा फुटबॉलरों को अंधेरे में निरंतर बढ़ती भूख के बीच शांत रखने में कामयाब रहे. फीफा: आज दुनिया पूछ रही है 42 लाख की आबादी वाले क्रोएशिया को 66 सालों से नहीं किया ये काम तो गिनीज़ बुक में शामिल हुआ नाम फीफा 2018: इतना छोटा देश पहली बार फाइनल में