भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने अपनी टीम को आगाह करते हुए कहा है कि, अगर खिलाड़ियों ने गेंद छीनने के कला में सुधार नहीं किया तो भारत अपनी मौजूदा रैंकिंग से कभी भी आगे नहीं बढ़ पाएगा. गैरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम फिलहाल विश्व रैंकिंग में छठे नंबर पर है. वहीँ एशिया कप में खिताबी जीत के बाद भारतीय टीम हॉकी विश्व लीग फाइनल्स की तैयारियों में जुटी हुई है. जो कि अगले महीने एक से दस दिसंबर के बीच भुवनेश्वर में खेली जानी है. कोच मारिन ने कहा कि, 'मेरा मानना है कि हम प्रत्येक विभाग में सुधार कर सकते हैं. खिलाड़ियों को गेंद छीनने के अपने कौशल में सुधार करना होगा क्योंकि जवाबी हमला करना भारत का एक मजबूत पक्ष है. हम इसमें काफी अच्छे हैं और हम किसी भी देश के लिए खतरा बन सकते हैं. अगर हमने ऐसा (गेंद छीनने की कला में सुधार) नहीं किया तो हम हमेशा छठे नंबर पर ही बने रहेंगे.' आपको बता दें कि, विश्व रैंकिंग में अभी अर्जेंटीना नंबर एक की पोजीशन पर है. उसके बाद क्रमशः ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, नीदरलैंड और जर्मनी का नंबर आता है. भारतीय हॉकी कोच ने कहा कि, 'कुछ अवसरों पर हम बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं लेकिन कई बार हमारा प्रदर्शन खराब रहता है. अगर हमने इस पर काम नहीं किया तो प्रतिद्वंद्वी टीमें हमारे खिलाफ गोल करेंगी. हमें अपनी निरंतरता पर काम करने की जरूरत है.' उन्होंने कहा कि, 'अगर आप रैंकिंग पर विचार करो तो अर्जेंटीना विश्व में नंबर एक हैं और ऑस्ट्रेलिया दूसरे नंबर पर है. लेकिन कुछ अन्य टीमें हैं जैसे स्पेन जिसने इन गर्मियों में अच्छा प्रदर्शन किया. पुरुष हॉकी में प्रतिस्पर्धा लगातार कड़ी होती जा रही है. हमें कुछ चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिल सकते है जो कि विश्व हॉकी के लिए अच्छा है.' मारिन ने कहा कि, 'मैं खुद को दबाव वाली स्थिति में नहीं लाना चाहता हूं लेकिन कम रैंकिंग वाली टीमों में कुछ छुपे रुस्तम भी हैं. मैं वादा नहीं कर सकता कि भारत हॉकी विश्व लीग जीतेगा लेकिन मैं चाहता हूं कि टीम इसके लिए कोशिश करे.' इंस्टाग्राम से कोहली को होती है करोड़ों की कमाई- रिपोर्ट भारत ने जमाया टी-20 सीरीज पर कब्ज़ा एशेज सीरीज के पहले इंग्लैंड को लगा तगड़ा झटका 2001 की कोलकाता जीत ने बदल दिया इंडियन क्रिकेट: अनिल कुंबले