नई दिल्ली : भारत एक मात्रा ऐसा देश है जहाँ कोई भी अपराधी अदालत द्वारा सजा सुनाये जाने के बाद महज़ चंद मिनटों में जमानत ले लेता है. अभी हाल ही में विजय माल्या को गिरफ्तार करने के पहले ही जमानत मिल जाने की खबर आ रही थी. ऐसा ही एक मामला कोयला घोटाले में दोषी पाए गए 4 लोगों की जमानत का आया है. जानकारी दे दें की CBI की एक विशेष अदालत ने कोयला घोटाले में दोषी पाए जाने पर पूर्व कोयला सचिव एचसी गुप्ता और पूर्व डायरेक्टर केसी समारिया को 2 साल की सजा मुकर्रर की. इन दोनों को अदालत ने पिछले दिनों इस घोटाले में दोषी पाया था. सोमवार को फैसला लेते हुए इन दोनों के अलावा दो और अपराधियों के खिलाफ सजा का फरमान सुनाया था. इन दोनों के अलावा केसी क्रोफा को भी 2 साल की सजा सुनाई गई जबकि पीके अहलुवालिया को 3 साल की सजा सुनाई गयी. सजा सुनाये जाने के महज़ चंद मिनटों के भीतर ही सभी को जमानत भी मिल गयी. एचसी गुप्ता 2006 से 2008 के बीच यूपीए सरकार में कोयला सचिव थे. कोयला खादनों के आवंटन पर नजर रखने वाली स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन के रूप में पदस्थ गुप्ता पर आरोप लगा की उन्होंने कोयला खदानों की नीलामी के मामले में पारदर्शिता नहीं दिखाई जिसके चलते करोड़ों का नुकसान वहन करना पड़ा. मध्य प्रदेश में एक कंपनी को कोयला खदान देने के मामले में कोर्ट ने गुप्ता को दोषी पाया. कोयला घोटाले का यह पहला ऐसा मामला है जिसमे किसी सरकारी अधिकारी को आरोपी पाया गया. कोयला घोटाले में तीन अधिकारी दोषी, सज़ा का एलान 22 मई को बिहार में RJD और JDU गठबंधन में गहरी हुई दरार ? ब्रिटेन सजेगा भारतीय एलईडी बल्बों से