बैंकाक: आपने मुर्गों की लड़ाई तो देखी होगी या शायद न भी देखी हो तो यह तो सुना ही होगा कि, लोग अपने मुर्गे का ध्यान रखते हुए उसे खिला-पिला कर ताक़तवर बनाते हैं, ताकि वो सामने वाले मुर्गे को मार सके. हम आपको ऐसी ही एक मुर्गे की लड़ाई का किस्सा बताने जा रहे हैं जो हुई तो थाईलैंड में थी, लेकिन उसकी भव्यता और जीती हुई रकम को देखकर यह मुर्गों की लड़ाई पुरे विश्व की नज़रों में आ गई. रविवार को थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में फिर से मुर्गे की लड़ाई हुई जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ा. इस लड़ाई को अब तक की सबसे बड़ी लड़ाई बताया जा रहा है. इसमें विजेता को पुरस्कार के रूप में करीब 6 करोड़ से अधिक राशि दी गई.गौरतलब है कि, मुर्गा लड़ाई थाइलैंड के लोगों का पसंदीदा शगल है या यूं कह लीजिए कि यह उनके कल्चर का अहम हिस्सा है. यही वजह है कि मुर्गा लड़ाई की इस परंपरा को सालों से संरक्षित किया जा रहा है ताकि यह आगे आने वाली पीढ़ी को भी सिखाई जा सके. आपको शायद यकीन न हो, लेकिन क्रिकेट स्टेडियम की तर्ज पर थाइलैंड पर मुर्गे की लड़ाई के लिए बड़े-बड़े स्टेडियम होते हैं. इनमें बड़ी संख्या में लोग आते हैं और पैसा लगाते हैं. वैसे इस लड़ाई की अच्छी बात यह है कि, मुर्गों की इस लड़ाई में किसी की मौत नहीं होती, बस घायल करना होता है और जो भी मुर्गा इसमें कामयाब होता है उसका मालिक जीत का हकदार होता है. दोस्तों के साथ प्रैंक करने के लिए सही है ये मकड़ी महिलाओं के मैचिंग नेकलेस का झंझट खत्म, आ गया अनोखा पेंडेंट हुदहुद...सुनामी...ओखी : कहाँ से आती है, कहाँ को जाती है?