लखनऊ. गुरुवार को सपा के विधायको की पार्टी कार्यालय पर बैठक हुई, इस मीटिंग में समाजवादी पार्टी की हार की समीक्षा हुई. मीटिंग में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ शिवपाल यादव, आजम खान, रामगोविंद चौधरी भी शामिल रहे. बता दे, 1 दिसंबर के बाद ऐसा पहली बार मौका है कि जब अखिलेश-शिवपाल साथ नज़र आए है. मीटिंग के बाद राजेंद्र चौधरी ने कहा, अखिलेश के अनुसार अब पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए. इसके साथ ही चुनाव बैलेट पेपर से होने की मांग उठी. मीटिंग में नेता विधानमंडल दल चुनने का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को दे दिया गया है. सूत्रों के अनुसार, मीटिंग हार के जिम्मेदार ईवीएम और मीडिया को हार का कारण बताया गया है. विधायकों का मानना था कि ईवीएम में गड़बड़ी की गई है. साथ ही मीडिया ने भी बीजेपी के फेवर में माहौल बनाया, जिससे कि बीजेपी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ गया. इस मीटिंग की विशेष बात यह भी थी कि शिवपाल और अखिलेश एक साथ नजर आए. इससे पहले वें दोनों लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन में साथ नजर आए थे. यह भी बता दे कि आज कि मीटिंग से पहले अखिलेश-शिवपाल और आज़म खान ने बंद कमरे में मीटिंग की थी. इस कमरे में लगभग आधे घंटे तक ये तीनों नेता एक साथ रहे. ये भी पढ़े अखिलेश ने बुलाई बैठक होगी हार की समीक्षा राहुल का आरोप भाजपा ने धन बल से बनाई गोवा-मणिपुर सरकार बीजेपी की जीत के बाद देवबंद बनेगा देववृंद!