'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के मशहूर अभिनेता कवि कुमार आजाद ने सोमवार को इस दुनिया से अंतिम विदाई ले ली. शो में डॉ. हाथी का किरदार निभाने वाले अभिनेता के जाने से हर कोई सदमे में था. उनके पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए फैंस के साथ-साथ तारक मेहता... शो की टीम भी पहुंची थी और इस दौरान सभी की आंखें नम थी. कवि कुमार बहुत ही हंसमुख अभिनेता थे. उन्होंने मरने से दो दिन पहले ही शो की शूटिंग भी पूरी की थी लेकिन तब तक भी वो ठीक थे. कवि कुमार को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. वो बिहार के सासाराम के रहने वाले थे. एक बार मशहूर कॉमेडियन टुनटुन सासाराम गईं थीं और वहां उनकी मुलाकात डॉ. हाथी से हुई थी. इस दौरान टुनटुन ने डॉ. हाथी से मिलते ही ये कह दिया था कि वो एक दिन मशहूर अभिनेता बनेंगे. इसके बाद डॉ. हाथी बिहार से मुंबई भागकर आ गए थे. यहां उन्होंने शुरुआती दिनों में काम और पैसों के आभाव में सड़कों पर भी रातें गुजारी हैं. लेकिन इसके बाद साल 2000 में डॉ. हाथी को आमिर खान के साथ फिल्म 'मेला' में काम करने का मौका मिला. कवि कुमार 'Fun2shh', 'क्योंकि' और ,जोधा-अकबर, जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं लेकिन उन्हें अपनी असल पहचान तारक मेहता शो से ही मिली है. ऐसा कहा जा रहा है कि डॉ. हाथी ने काम ना मिलने के डर से अपना वजन कम नहीं किया और अगर वो बैरिएट्रिक सर्जरी करवाकर अपना वजन कम कर लेते तो आज शायद डॉ. हाथी हम सब के बीच होते. Video : 'तारक मेहता...' की टीम ने डॉ. हाथी को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि 8 साल पहले ही मर चुके होते डॉ. हाथी, काम ना मिलने के डर से बढ़ाया वजन Video : डॉ. हाथी की अंतिम विदाई में सेलेब्स का रो-रोकर हुआ बुरा हाल