लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के आस-पास के इलाकों में कॉमन बिल्डिंग कोड लागू करने का आदेश जारी किया है। इसके तहत राम मंदिर के आस-पास की सभी इमारतें एक ही शेप और रंग में तैयार की जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या को सुनियोजित शहर के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्तावित महायोजना-2031 का रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि महायोजना के मूल में ईज ऑफ लिविंग हो। सीएम योगी ने आगे कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के आस-पास के क्षेत्र को धार्मिक भू-उपयोग के तौर पर प्रस्तावित किया जाए। यहां के प्राचीन कुंडों के संरक्षण की कार्ययोजना समयबद्ध रूप से पूरा किया जाए। त्रेतायुगीन ऋषियों, विदुषी नारियों व अन्य महान चरित्रों के नाम पर अयोध्या में चौराहों के नाम रखे जाएंगे। वहीं सीएम योगी ने सख्त लहजे में कहा कि अयोध्या में अनियंत्रित विकास को हर सूरत में रोका जाए। ऐसी गतिविधियां स्वीकार नहीं की जाएंगी। महायोजना के तहत अयोध्या को क्लाइमेट फ्रेंडली शहर का रूप दिया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि सरयू में चलने वाली बोट, स्टीमर आदि ग्रीन फ्यूल आधारित हों। श्रीरामजन्मभूमि परिसर के आस-पास इको फ्रेंडली वाहनों को चलाने की इजाजत दी जानी चाहिए। महायोजना में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने, इंडस्ट्रियल और कॉमर्शियल क्षेत्रों का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने शहर में बेहतरीन पार्किंग की व्यवस्था करने के लिए कहा है। NSA डोभाल ने बताया- क्या है जिहाद और क्या कहती है कुरान ? पारसी नहीं, मुस्लिम है आफताब पूनावाला, इसी समुदाय से थे मोहम्मद अली जिन्ना 'जन्नत जाँऊगा, हूरें मिलेंगी...', हिन्दू लड़कियां ही थीं 'आफताब' का टारगेट, पॉलीग्राफ टेस्ट में सब उगला