नई दिल्ली- सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित इलाके में आने से गाँधी स्मारक को हटाने पर स्थानीय लोगो ने जोरदार हंगामा किया है. आपको बता दे कि प्रशासनिक लोगो ने सुबह 4 बजे स्मारक पर कर जेसीबी से महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी और महादेव जी के अस्थि कलश खोदकर बाहर निकाल लिए. वही इसकी जानकारी मिलने पर मेधा पाटकर और नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओ ने स्मारक हटाने का जमकर विरोध किया. और शासन पर आरोप लगाया कि बिना पंचनामा बनाए अस्थि कलश ले जाए जा रहे थे. मामले पर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगो को प्रशासनिक अमले ने मौके से हटाया. करीब 2 घंटे विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों को हटाया गया. गौरतलब है कि अस्थिया खोदने पर संतों और लोगों ने गाँधी के स्मारक को गाजे-बाजे के साथ नहीं ले जाने पर पर भी विरोध प्रकट किया. साथ ही कलेक्टर चन्द्रहास दुबे पर आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगो को लाठी से खदेड़ा गया. और उनके साथ दुर्व्यहवार किया गया. वही गांधी स्मारक को उखाड़ने की सूचना मिलते ही इंदौर से स्मारक की नीव रखने वाले गांधीवादी काशीनाथ त्रिवेदी के बेटे अनिल त्रिवेदी राजघाट पहुंचे, जहा उन्होंने कहा कि स्मारक को उखाड़ना अपमानजनक है, यहां राष्ट्रपिता का अपमान किया गया है.और स्मारक को सम्मान के साथ न ले जाते हुए चोरी करके ले जाये जाने की बात कही. बता दे कि कुकरा के प्रभावितों का कहना है कि तत्कालीन कलेक्टर चंद्रहास दुबे और ग्राम सभा में गांधी समाधि के लिए तय किए गए भूखंड पर वर्तमान में निर्माण कार्य कर रहे है. जिसपर जवाब देते हुए कलेक्टर दुबे ने कहा कि स्मारक स्थल पर किसी प्रकार का कोई निर्माण नहीं चल रहा है इंदौर में बोले हार्दिक- किसी को जो करना है कर ले, मैं किसानो की लड़ाई लडूंगा MP : चाइना मोबाइल कम्पनियो के विरोध में दुकानों पर तोड़फोड़