पटना: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की बिहार राज्य परिषद के सचिव रामनरेश पाण्डेय ने एक जॉइंट प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि भाकपा, मोदी सरकार द्वारा लागू किये जा रहे तीन किसान विरोधी कानूनों की वापसी, पीएम मोदी के चुनावी वादे के अनुसार, बिहार में 19 लाख रोजगार की गारंटी तथा संविदा एवं नियोजन की समाप्ति, समान काम के लिए समान वेतन की गारंटी आदि मांगों को लेकर विधानसभा में जोरदार ढ़ंग से आवाज बुलंद करेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाकपा इन मांगों को लेकर सड़कों पर विराट जनषक्ति को गोलबंद कर संघर्ष करेगी, तब तक जब तक कि उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है. रामनरेश ने आगे कहा कि भाकपा के विधायकों ने कल खत्म हुए विधानसभा के संयुक्त सत्र में दिल्ली कूच कर रहे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेष के किसानों को रोकने के लिए कड़ाके की सर्दी में वाटर केनन, अश्रु गैस के ताबड़तोड़ गोले दागने और मार्गों की त्रिस्तरीय बैरिकेडिंग करने की सरकारी कार्रवाईयों को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए उसके खिलाफ जोरदार प्रतिरोध किया और सदन के वेल में पहुंच जोरदार नारेबाजी की. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाकपा के चारों MLA केवल अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों के नुमाइंदे नहीं हैं, बल्कि संपूर्ण बिहार की नुमांइदगी करते हैं और करेंगे जिनके पीछे सूबे के संपूर्ण पार्टी संगठन और आंदोलन की शक्ति खड़ी है. इस लिहाज से उनकी जिम्मेदारियाँ बढ़ीं हैं और उन्हें पूरा करने हेतु वे पूरी तरह से कृतसंकल्प हैं. किसान आंदोलन पर शाहनवाज़ हुसैन का बड़ा बयान, कहा- बातचीत के जरिए ठीक होंगी गलतफहमियां जम्मू कश्मीर DDC चुनाव: प्रथम चरण का मतदान संपन्न, 43 सीटों पर पड़े वोट आतंकवाद के मामले में आठवें नंबर पर पंहुचा भारत