इस समय कोरोना संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है लेकिन इस बीच होने वाले अपराधों में बिलकुल भी कमी देखने के लिए नहीं मिल रही है. अब हाल ही में एक मामला सामने आया है जो चौकाने वाला है. इस मामले में एक युवती ने राजस्थान के बांसवाड़ा कलेक्टर को एक डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दायर करवाई है. इस मामले में बताया जा रहा है कि शिकायत की गम्भीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर ने तत्काल मामला एसपी को भेज दिया है. उन्होंने इस मामले के बारे में जांच करने के आदेश भी जारी कर दिए है. इस मामले में युवती ने जो शिकायत की है उसमे उसने लिखा है कि, 'क्वारंटीन सेंटर में एक डाॅक्टर उसे मैसेज कर कहता है कि "आपने अभी तक मेरा नंबर सेव नहीं किया. क्वारंटाइन के बाद मिलने आओगी क्या?"' इस मामले में युवती की उम्र 21 साल बताई गई है. जी दरअसल लड़की का कहना है 'उसके ताऊ जी काेराेना संक्रमित पाए गए थे. जिस पर उनके परिवार काे भी जांच के लिए बुलाया गया था.' लड़की ने कहा बीते 29 जुलाई काे वह अपनी मां के साथ एमजी अस्पताल गई. वहां से दोनों को लाेधा क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया. उसके बाद दाे-तीन दिन में तबीयत खराब हाेने पर वापस दोनों को एमजी अस्पताल भेजा गया, लेकिन, इससे पहले लाेधा में एक व्यक्ति उनकी देखभाल कर रहा था जिसने खुद काे डाॅक्टर बताया था. इस मामले में अब युवती का कहना है वह उसे वॉट्सएप पर मैसेज करने लगा. पहले तो युवती ने समझा कि डाॅक्टर है इसलिए हालचाल पूछ रहे हाेंगे. लेकिन देखते ही देखते मैसेज बढ़ने लगे. उसके बाद युवती ने बांसवाड़ा कलेक्टर को कहा, 'डाॅक्टर मैसेज कर कहता है कि अभी तक उसका नंबर सेव क्यों नहीं किया? क्वारंटाइन के बाद मिलने आओगी क्या?' वहीं वह लड़की को फाेटो भेजने के लिए कहता था. अब इस मामले में जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. Gmail ठप होने से यूजर नहीं भेज पा रहे ईमेल, इतने समय तक ठीक होगी परेशानी कोरोना से हुई घर के मुखिया की मौत, पत्नी-बेटी और बेटे ने की आत्महत्या IPL के उपरांत BCCI धोनी को देगा उनका आखरी फेयरवेल मैच खेलने का मौका