नई दिल्ली : दिल्ली के सीएम केजरीवाल को मजीठिया से माफी मांगना इतना भारी पड़ जाएगा यह उन्होंने नहीं सोचा होगा. आप की पंजाब इकाई में उभरी बगावत को शांत करने के लिए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज पंजाब के 20 विधायकों की बुलाई बैठक थी,लेकिन पंजाब के विधायकों ने बैठक में आने से इंकार करते हुए विधायकों ने उन्हें पंजाब आकर मिलने के लिए चिट्ठी भेज दी है. गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मंत्री और अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के मानहानि मामले में अरविंद केजरीवाल ने उनसे लिखित माफी मांगी, तो पंजाब के आप नेताओं ने बगावत शुरू कर दी. इस विद्रोह को थामने के लिए आज मनीष सिसोदिया ने शाम 5 बजे दिल्ली में पंजाब के विधायकों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में अरविंद केजरीवाल को भी शामिल होना था. लेकिन सुखपाल खैहरा खेमे के विधायक कवर संधू ने चिट्ठी लिखकर आने से इंकार करते हुए स्पष्ट कह दिया कि जिन्हें भी बात करनी है, वे पंजाब आकर बात करें. बताया जा रहे है कि संधू ने चिट्ठी में लिखा,कि पहले भी कई बार केजरीवाल और दिल्ली के केंद्रीय नेतृत्व को कहा जा चुका है कि पंजाब के मामलों में उनका दखल नहीं रहेगा और भगवंत मान और सुखपाल खैहरा मिलकर ही पंजाब के मामलों से जुड़ा हर फैसला लेंगे. हालाँकि शनिवार को केजरीवाल ने पंजाब के तीन विधायकों बलजिंदर कौर, कुलतार सिंह और अमरजीत सिंह के साथ बैठक की थी. उधर,संजय सिंह और पंजाब के विधायक एचएस फुल्का विधायकों के मान-मनौव्वल में लगे हैं कि ये विधायक दिल्ली की बैठक में शामिल हो जाएं. लेकिन मामला इतनी आसानी से निपटने वाला नहीं दिख रहा. इसलिए इस बैठक को लेकर असमंजस कायम है. यह भी देखें सिद्धू ने केजरीवाल को कहा बुज़दिल देश के लिए मोदी ईमानदार या गुप्ता? : केजरीवाल