नई दिल्ली : प्रदेश में आम आदमी पार्टी का कहना है कि वैचारिक मतभेद के बावजूद वह कांग्रेस से समझौता करने के लिए तैयार हुई थी। शुरुआत में आप की तरफ से दिल्ली के साथ हरियाणा, पंजाब, गोवा व चंडीगढ़ की सीटों पर बातचीत का प्रस्ताव दिया था। इन जगहों पर कुल 33 सीटें हैं। जैसे-जैसे बात आगे बढ़ती गई, एक-एक कर दूसरे राज्य छूटते गए। जब चुनाव प्रचार के दौरान सपा कार्यकर्ताओं पर भड़क उठी मायावती, दे डाली ये नसीहत ऐसा है पूरा समीकरण सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आखिर में बातचीत दिल्ली व हरियाणा में सिमट गई। हरियाणा के लिए भी आप सिफ तीन सीट मांग रही थी, लेकिन कांग्रेस इस पर तैयार नहीं है। आप का आरोप है कि अब कांग्रेस के रवैये समझौता साफ लग रहा है कि वह भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए गठबंधन नहीं करना चाहती। दिल्ली में कांग्रेस का न तो एक सांसद है और न ही विधायक, फिर भी व दिल्ली में तीन सीट चाहती है। आज से राजस्थान दौरे पर पीएम मोदी, दो दिन में होंगी चार सभाएं इस तरह बीजेपी को हराया जा सकता है जानकारी के मुताबिक आप शनिवार शाम से अपने कार्यकर्ताओं को एक संदेश भेज रही है। इसमें बताया गया है कि आप कांग्रेस के साथ समझौते के लिए क्यों तैयार हुई थी। साथ ही दावा किया गया है कि अगर कांग्रेस के साथ समझौता हो जाता तो भाजपा को 33 सीटों पर हराया जा सकता था। समझौता न हो पाने का जिम्मा कांग्रेस पर डालते हुऐ कहा गया है कि कांग्रेस ने देश के साथ गद्दारी का खेल खेला है। अमर सिंह ने आज़म खान को घेरा, कहा- जया प्रदा नारी शक्ति, करेंगी महिषासुर का वध सैम पित्रोदा का बड़ा बयान, कहा- मुसलमानों को देश का दुश्मन समझते हैं पीएम मोदी लोकसभा चुनाव: अमित शाह के साथ वायरल हुई सनी देओल की फोटो, चर्चाओं का बाजार गर्म