जयपुरः राजस्थान में पिछले साल कांग्रेस ने वसुंधरा की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार को हराकर सरकार बनाई थी। इस जीत के साथ ही कांग्रेस में सीएम पद को लेकर दो सीनियर नेताओं में खींचतान मची थी। हालांकि वो अब भी कायम है। राज्य में उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट का खेमा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का खेमा सक्रिय है। राज्य में दो ओर वरिष्ठ नेता आपसी खींचतान को लेकर सुर्खीयों में आ गए। क्रिकेट की राजनीति को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी और पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी की आपसी रार सबके सामने आ गई है। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष जोशी ने जहां मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत को क्रिकेट की राजनीति में उतारकर सरकार का समर्थन हासिल करने की रणनीति बनाई है । इससे कांग्रेस के सीनियर नेता रामेश्वर डूडी जोशी से इस हद तक नाराज हो गए कि उन्होंने भाजपा एवं ललित मोदी समर्थक जिला क्रिकेट संघों के साथ हाथ मिला लिया । रामेश्वर डूडी ने एक अखबार से बात करते हुए अपनी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। डूडी ने कहा कि जोशी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर क्रिकेट का गला घोंटना चाहते है । उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में उच्च स्तर से जिला क्रिकेट संघों पर दबाव बनाया जा रहा है । वैभव गहलोत को साथ लेकर जोशी ने मुख्यमंत्री गहलोत को गुमराह किया है । शनिवार को अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद डूडी ने कहा कि वे इस मामले को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समक्ष उठाएंगे । उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के ही कुछ दिग्गजों ने पहले मुझे विधानसभा चुनाव हराया और अब जब से मैने क्रिकेट को आगे बढ़ाने का काम हाथ में लिया तो पार्टी के ही कुछ बड़े नेता मुझे इससे दूर करने में जुट गए । बता दें कि वैभव गहलोत को हालिया लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। केंद्रीय मंत्री ने विधानसभा चुनाव को लेकर किया यह दावा उपचुनावः यूपी और कर्नाटक समेत देश के 18 राज्यों में होगा मतदान Howdy Modi: पीएम मोदी के स्वागत के लिए तैयार ह्यूस्टन, अब तक कार्यक्रम के 50 हज़ार टिकट बिके