ऊना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हिमाचल प्रदेश के ऊना में उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि जब मैं ऊना आता था, तब में एक वाॅलिंटियर के तौर पर आया करता था। मैं देखा करता था कि माईक ठीक हो, सभा अच्छी हो। इस तरह से मैं काम करता था। लोकसभा और अन्य चुनावों के लिए तत्कालीन समय में यहां आया करता था और कार्य किया करता था। बीते वर्ष एक भी चुनाव ऐसा नहीं था, कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव से मेरा सीधा संबंध न रहा हो। मैंने पहले के ऐसे कोई भी चुनाव नहीं देखे जो मैं इस बार देख रहा हूॅं। सभा को देखकर पता चलता है कि हवा का रूख कैसा है। मैं यहां मौजूद लोगों को देखकर यह महसूस कर रहा हूॅं कि यहां तो आंधी चल रही है आंधी। माॅं - बेटियों की रक्षा के लिए जनसामान्य की रक्षा के लिए लोग उमड़ पड़े हैं। इस बार जब 18 दिसंबर को चुनावी नतीजे आऐंगे तब सभी को कहना होगा कि ये चुनाव न तो भाजपा का नेता, कार्यकर्ता और उम्मीदवार लड़ रहे हैं, बल्कि ये चुनाव हिमाचल प्रदेश की जनता लड़ रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जय और पराजय होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब मैदान छोड़कर भाग रही है और ऐसे में मजा नहीं आ रहा है। कांग्रेस के प्रदर्शन से अखबार वाले भी परेशान हैं। उनका कहना था कि इस चुनाव में जिस तरह से एकतरफा बात नज़र आ रही है ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। जनता जान चुकी है कि कांग्रेस के नतीजे कहां से पहुंचकर कहां निकलते हैं। सामान्य मतदाता अब देख रहा है कि दौड़ने वाली सरकार कैसी होती है, काम करने वाली सरकार कैसी होती है। दुनिया में जाकर नाम रोशन करने वाली सरकार कैसी होती है। अब मोबाईल के माध्यम से लोगों के सामने दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस बयान पर काम करती थी। उन्होंने बयान दिया था और कहा था कि दिल्ली से 1 रूपया निकलता है तो आगे जाकर वह 15 पैसे हो जाते हैं, आखिर कोई पंजा कैसे इस रूपए को खींचता है। 100 में से 85 पैसे किसकी जेब में जाते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आखिर क्या आप आपके कारनामों की कथा कह रहे थे। राजीव गांधी ऐसे चिकित्सक थे जो बीमारी बता देते थे मगर उसका उपचार नहीं बताते थे। अब जनता ने ऐसी सरकार को चुना है जिसने तय किया है कि दिल्ली से 1 रूपया निकलेगा तो गरीब की जेब में 100 के 100 पैसे जाऐंगे। अब कोई पंजा गरीब के हक को नहीं छीन सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में मध्यमवर्ग काफी तादाद में होते हैं उनके घरों में जो चूल्हे होते हैं, उसमें लगने वाले एलपीजी कनेक्शन या सिलेंडर को लेकर जानकारी नहीं रहती लेकिन हमने इसे आधार से जोड़ा और इस तरह के कनेक्शन सामने आ गए। बड़े पैमाने पर रूपयों की चोरी थम गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 57 हजार करोड़ रूपए को बिचौलिए ले लेते थे। मगर इन बिचौलियों की तालाबंदी हो गई। कुछ लोगों को लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतना काम करता है, सुबह - शाम मेहनत करता है तो भी विपक्ष कहता है मोदी - मोदी, सुबह शाम मोदी। बस लेट आई तो मोदी जिम्मेदार, अस्पताल में कुछ हुआ तो मोदी कहते हैं, आखिर ये लोग मोदी - मोदी क्यों कर रहे हैं। इसका कारण सीधा है। यह 57 करोड़ रूपया जिनकी जेब में जाता था, उनकी दुकान बंद हो गई तो फिर वे क्या मोदी की जय - जयकार करेंगे क्या। उन्हें डर लगता था कि उनकी राजनीति खत्म हो जाएगी। मगर सरकारें आती हैं जाती हैं, लेकिन हमारा देश जो सवा सौ करोड़ लोगों का है यह सदैव है। आखिर आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी वे कब तक इंतजार करेंगे। पीने का पानी भी नहीं है, नौजवानों को रोजगार मिले। उन्हें सुविधाऐं मिले। ऐसा हो सकता है क्या, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊना - हबीबपुर रेलवे लाईन की घोषणा कब हुई और इसे प्रारंभ किया गया क्या। यहां के लोगों को बताया गया कि पटरी लगेगी। मगर यहां कुछ नहीं हुआ। यदि हिमाचल को पर्यटन क्षेत्र बनाना है तो इसे रोड़ कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी से इजाद करना होगा। उनका कहना था कि यदि टूरिज़्म बढ़ता है तो रोजगार भी बढ़ता है। उन्होंने का कि हिमाचल प्रदेश में दिल्ली की सरकार और फिर दोनों मिलकर हिमाचल का विकास कर सकते हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के सुधार पर बात की। उन्होंने कहा कि पहले भी सीएम, अधिकारी आदि थे मगर तब कानून को जोड़ने वाले रोड़ नहीं थे, मोदी आने के बाद 1 लाख 92 हजार किलोमीटर रोड़ कैसे बने। गुजरात चुनाव के लिए, कांग्रेस लाई नया नारा बेनामी संपत्ती को लेकर, पीएम मोदी कर सकते हैं, कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की,फूड प्रोसेसिंग कंपनियों के सीईओ से चर्चा पाटीदारों को मनाने के लिए ,अक्षरधाम पहुंचेंगे पीएम मोदी!