नई दिल्ली: कोरोना महामारी की मुश्किल घड़ी में देश की दो बड़ी सियासी पार्टियों में फेसबुक को लेकर आर-पार की जंग शुरू हो गई है. कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों ने बीते दिनों फेसबुक पर भाजपा के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया, तो भाजपा की तरफ से भी फेसबुक पर कुछ चहेतों की सहायता करने का आरोप लगा दिया गया. कुछ ही दिनों से फेसबुक को लेकर शक के दायरे में आई भाजपा ने IT की संसदीय स्थाई कमेटी में उल्टा कांग्रेस और फेसबुक पर जमकर हमला बोला. भाजपा सांसदों ने कमेटी के चेयरमैन पर तंज कसते हुए कहा कि बीते 1 साल में कमेटी ने एक भी रिपोर्ट जमा नहीं की है. कमेटी के चेयरमैन शशि थरूर पर तंज कसते हुए भाजपा के सदस्यों ने कहा कि पिछले एक साल से कमेटी ने कोई भी रिपोर्ट संसद में सबमिट नहीं की है, जो नियमों के विरुद्ध है. सूत्रों के अनुसार, एक सांसद ने कहा कि यह कमेटी शोबाज़ी के लिए नहीं बनाई गई है, ना तो इसका काम खबर में बने रहने के लिए उससे संबंधित हस्तियों को बुलाना है. इसके उलट कमेटी का काम पूरी रिपोर्ट तैयार करना है, जिसे करने में कमेटी नाकाम रही है. दरअसल, संसदीय कमेटी की इस बैठक में भाजपा अपनी तरफ से पूरी तैयारी करके आई थी और उसने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर ही फेसबुक के साथ सांठगांठ होने का इल्जाम लगा दिया. भाजपा सांसदों ने बैठक में कांग्रेस और फेसबुक के बीच के सम्बन्ध को लेकर प्रमाण के तौर पर कई लोगों के नाम दिए जो फेसबुक की मैनेजमेंट में हैं. कोरोना: आर्थिक संकट से जूझ रहा राजस्थान, सीएम गहलोत ने किया खर्चे कम करने का ऐलान कोरोना की चपेट में आये हिमाचल के जलशक्ति मंत्री अमेरिका ने किया 'परमाणु बम' वाली मिसाइल का परिक्षण, US से मिनटों में तबाह कर सकती है बीजिंग