चंडीगढ़: एसवाईएल हरियाणा की जीवनरेखा है और प्रदेश को जब तक एसवाईएल का पानी नही मिल जाता इनेलो चैन से नहीं बैठेगी। सर्वोच्च न्यायलय के फैसले के बाद भी नहर का निर्माण न होना बेहद दुर्भाग्य पूर्ण है। एसवाईएल का पानी आते ही हरियाणा में खुशहाली का एक नया दौर शुरू होगा। ये बात हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को नारनौैल में जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। कार्यकर्ता सम्मेलन कि अध्यक्षता जिला प्रधान सत्यबीर यादव नौताना ने की और मंच संचालन जसबीर सिंह ढिल्लो एडवोकेट ने किया। इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं व इलाका वासियों को 23 फरवरी को गांव इस्माईलपुर पहुंचने का न्यौता दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एसवाईएल पर कांग्रेस व भाजपा न सिर्फ दोहरी भाषा बोल रही है बल्कि दोनों दल वोटों की खातिर एसवाईएल पर राजनीति कर रहे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि दस साल तक केंद्र व हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन एसवाईएल को लेकर कोई भी कदम उठाना तो दूर मात्र एक शब्द तक नहीं बोला गया और अब भी एसवाईएल का सबसे ज्यादा विरोध न सिर्फ पंजाब कांग्रेस के नेता कर रहे हैं बल्कि पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस का जो घोषण पत्र जारी किया गया उसमें कहा गया कि कांग्रेस पंजाब का एक बूंद पानी भी हरियाणा सहित किसी अन्य राज्य को नहीं देगी। इतना ही नहीं यह घोषणा पत्र जारी करने वाले भी हरियाणा से कांग्रेस के विधायक व कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला थे, जिससे इनकी दोगली नीति व सोच उजागर होती है। इनेलो नेता ने कि पिछले अढाई सालों से हरियाणा व केंद्र में भाजपा की सरकार है और पंजाब में भी भाजपा सरकार में हिस्सेदार है जिससे साफ है कि अगर भाजपा की नीति व नीयत साफ होती तो अब तक सर्वोच्च न्यायालय के फैसले अनुसार नहर के अधूरे निर्माण का कार्य पूरा हो चुका होता। न सिर्फ भाजपा व कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व पंजाब के दबाव में है बल्कि हरियाणा को उसके हिस्से के पानी से वंचित करने में कांग्रेस व भाजपा दोनों दल जुटे हुए हैं। इनेलो इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी और एसवाईएल के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा का निर्माण चौधरी देवीलाल ने करवाया था और प्रदेश को उसके हिस्से का पानी दिलवाने के लिए एसवाईएल नहर के लिए जमीन अधिग्रहण हेतू सबसे पहले चौधरी देवीलाल की सरकार ने पंजाब को पैसा जारी किया था। इसके अलावा सबसे ज्यादा निर्माण कार्य भी चौधरी देवीलाल के कार्यकाल में ही हुआ था और यह बात चौधरी देवीलाल के सबसे बड़े विरोधी पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल ने हरियाणा विधानसभा में खुले रूप से स्वीकार की थी जो कि विस के रिकार्ड में दर्ज है। इनेलो प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने एसवाईएल को लेकर जोरदार पैरवी की जिसके चलते सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आया। अब भी इसके निर्माण में अड़चनें खड़ी की जा रही हैं इसलिए इनेलो ने प्रदेशवासियों को साथ लेकर 23 फरवरी से नहर की खुदाई का काम शुरू करने का निर्णय लिया है जिसमें प्रदेशवासियों का सहयोग बेहद जरूरी है। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनाव से पूर्व किये गए अपने किसी एक भी वायदे को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा चुनाव से पूर्व रेवाड़ी की सैनिक रैली में नरेन्द्र मोदी ने सैनिको से वायदा किया था कि अगर केन्द्र में हमारी सरकार बनी तो हम वन रैक वन पेंशन देंगे, केन्द्र में नरेन्द मोदी की सरकार बनने के एक साल बाद सैनिकों द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने के बाद आधा अधूरा वायदा पूरा किया। किसानों को स्वामी नाथन आयोग कि रिर्पोट लागू करने का भरोसा दिया और कहा कि किसानों को फसलों की पूरी लागत के साथ 50 फीसदी मुनाफा दिया जाएगा। मगर उन्होने किसानों से ये वायदा भी पूरा नहीं किया। जिससे देश के किसानो में गुस्सा है। 2 करोड़ बेरोजगार नौजवानों को नौकरी अथवा बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा किया। मगर नोट बंदी कर नौजवानों को लाइन में खड़ा करने का काम भाजपा ने किया। इनेलो नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अब भी हरियाणा के कांग्रेस व भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। उन्होने केन्द्र सरकार को चेतावानी देते हुए कहा अगर 23 फरवरी से पहले नहर का निर्माण कार्य शुरू नही किया गया तो इनेलो अपने साथ लाखों कार्यकताओं एवं किसानों को लेकर इस्माईलपुर से नहर कि खुदाई शुरू कर देगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चुनाव से पूर्व भाजपा प्रदेश कि जनता से उनके वायदे किये मगर 2 साल बीत जाने के बाद भी एक भी चुनावी वायदा पूरा नहीं किया गया। कार्यकर्ता सम्मेलन को पूर्व विधान सभा उपाध्यक्ष गोपी चन्द गहलोत, पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह, पूर्व विधायक रणबीर मंदौला, राव होशियार सिंह, कमलेश सैनी, सतबीर बडेसरा एडवोकेट, सुरेश यादव पटीकरा, नरेश सेखावत, कर्मबीर यादव, अमर सिंह ब्रहमचारी, ने भी सम्मेलन को भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर मन्जू चौधरी, राज सिंह गगडवास, रमेश पालडी, बजरंग लाल अग्रवाल, सत्यनाराणा गुप्ता रतीराम आर्य, सुमित्रा सोनी, केदार नाथ गर्ग, हरिराम सैनी, रविन्द्र गगडवास, छोटे लाल गहली, निर्मला तवर, सुदेश ढिल्लों, सुरेन्द्र यादव पटीकरा, अशोक सैनी, लक्ष्मी सैनी, लक्खी सोनी, ओम प्रकाश सोनी, रविशंकर बडगुर्जर, सरदार नौनिहाल सिंह, बीर सिंह गहली अमर सिंह जागड़ा, राजकुमार मेहता, रामकुमार मक्सुसुपुरीया, प्रमोद ताखर, अजय एडवोकेट, सतू खटीक, सफी मोहम्द के अलावा बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे। और पढ़े- राहुल ने कहा विचारधारा से है मेरी लड़ाई चुनाव के 48 घंटे पहले ही बेन हो जाऐंगे Exit Polls गडकरी करेंगे 18 अरब की परियोजनाओं का शिलान्यास यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने के आसार