मध्यप्रदेश में अगले चार महीने में विधानसभा के चुनाव होने वाले है. चुनाव से पहले प्रदेश में बयानों और रैलियों का दौर भी लगभग शुरू हो चूका है. लेकिन मिल रही बड़ी खबर के अनुसार अब दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती की बीच हुई बैठक बाद अब दोनों पार्टियों के बीच एमपी के चुनाव में गठबंधन तय हो गया है. "इस गठबंधन के बाद एमपी में समीकरण कुछ बदलते नजर आ सकते है." इससे पहले दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन होने के कयास काफी समय से लगाए जा रहे थे, इसी बीच दिल्ली से राहुल गाँधी के द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद ही कमलनाथ ने मायावती के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा की. जिसमें 204 सीटों पर कांग्रेस और 26 सीटों पर बसपा अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है. प्रदेश के विंध्य, बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल संभाग में बसपा का प्रभाव दूसरे क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा है, यही से बसपा भी चुनाव लड़ने वाली है. "मध्यप्रदेश में बसपा 26 और कांग्रेस 204 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है." आपको बता दें, पिछले विधानसभा चुनाव में यहाँ पर बसपा को 6.29 प्रतिशत वोट मिले थे और बसपा ने 4 सीटें अपने नाम की थी. वहीं भाजपा को 44.88 प्रतिशत वोट मिले थे और उनके खाते में 165 सीटें आई थी. वहीं कांग्रेस को 36.38 के साथ 58 सीटें मिली थी. हालाँकि एमपी में काफी समय से सरकार विरोधी हवाएं चल रही है, जिसमें माना जा रहा है कि इस बात सत्ता का परिवर्तन होने के चान्सेस है. "पिछेल चुनाव में बसपा को 6.29, कांग्रेस को 36.38 और बीजेपी को 44.88 फीसदी वोट मिले थे." यह भी देखें: किसान अन्नदाता और गांव देश की आत्मा-पीएम बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व हताशा और कुंठा से ग्रसित- मायावती मप्र में मेरे नेतृत्व में फिर सरकार बनेगी- शिवराज