मुंबई: त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन शर्मनाक रहा है। किसी भी राज्य में कांग्रेस सत्ता की रेस में नहीं दिख रही है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद चुनावी साल कहे जा रहे 2023 में कांग्रेस के लिए यह बुरी खबर है। हालांकि, इस बीच महाराष्ट्र की कसबा पेठ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव से पार्टी को कुछ राहत मिली है। यहां से कांग्रेस प्रत्याशी रविंद्र धनगेकर ने भाजपा के हेमंत रसाणे को हरा दिया है। वहीं, चिंचवाड़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा के अश्विनी जगताप 5 हजार मतों से आगे चल रहे हैं। उन्हें अब तक 28020 वोट प्राप्त हुए हैं, जबकि उनके मुकाबले NCP के नाना काटे को 23,083 वोट मिले हैं। फिलहाल मतगणना का 8वां राउंड जारी है और रुझानों में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। बता दें कि, कसबा पेठ में 20 राउंड में वोट काउंटिंग होनी है, जबकि चिंचवाड़ में 37 राउंड में मतगणना की जाएगी। कसबा और चिंचवाड़ विधानसभा सीटें पुणे जिले के अंतर्गत आती हैं, जहां भाजपा परंपरागत रूप से सशक्त रही है और यहाँ कांग्रेस का भी काफी जनाधार रहा है। इन दोनों ही सीटों पर पहले भाजपा के ही MLA थे और यहां उपचुनाव के लिए 26 फरवरी को मतदान कराया गया था। कसबा पेठ में भाजपा के MLA मुक्ता तिलक और चिंचवाड़ में लक्ष्मण जगताप के निधन के चलते यहां उपचुनाव कराया गया है। भाजपा और एकनाथ शिंदे की सरकार महाराष्ट्र में बनने के बाद यह पहला बड़ा चुनाव है। ऐसे में भाजपा या फिर किसी और की जीत महत्वपूर्ण होगी। बता दें कि एकनाथ शिंदे ने गत वर्ष अपनी विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाकर शिवसेना को तोड़ते हुए भाजपा के साथ सरकार बना ली थी। इन उपचुनावों में भी कांग्रेस, NCP और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के गुट ने मिलकर चुनाव लड़ा था। अब रूस पिएगा भारत की शराब, बैन के कारण रूसी मार्केट से गायब हुई इंग्लिश व्हिस्की नागालैंड-त्रिपुरा में जनता ने भाजपा पर फिर जताया भरोसा, रुझानों में मिला बहुमत उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता फरार, आरोपी सफदर के घर चलेगा बुलडोजर