नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी सेवादल के माध्यम से इस साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनावों एवं और अगले साल के लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी जोर-शोर से शुरू कर रही है. सेवादल ने भी कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बड़े पैमाने पर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सक्रिय होने का मन बना लिया है. सर्जिकल स्ट्राइक डे मनाने पर कांग्रेस ने दर्ज कराया विरोध कांग्रेस अगले महीने विशेष चुनावी प्रशिक्षण चुनावी प्रशिक्षण आयोजित कर रही है जिसमे सेवादल के कार्यकर्ता भी भाग लेंगे,जिन्हे चुनावी प्रबंधन, ज्वलंत मुद्दों,कांग्रेस की नीतियों एवं चुनावी वादों आदि के साथ मोदी सरकार की विफलताओं के साथ बीजेपी की सरकार वाले राज्यों की असफलता की जानकारी दी जायेगी और कौशलता का विकास भी किया जायेगा. अभी प्रशिक्षण देने के बाद उन कार्यकर्ताओं को मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,राजस्थान,तेलंगाना,और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सक्रियता के साथ नियुक्त कर दिया जायेगा. जिनका काम घर - घर जाकर प्रचार करना होगा, प्रशिक्षित कार्यकर्ता के लिए क्षेत्र भी निर्धारित किये जाएंगे ताकि चुनाव प्रचार बेहतर हो सके, फिर यही प्रक्रिया लोकसभा चुनावों में भी की जायेगी. सेवा दल के संगठक लालजी भाई देसाई ने बताय कि अलग अलग चरणों में सेवा दल लार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण आयोजित किये जाएंगे ताकि डोर-टू-डोर और बूथ लेवल प्रचार को बेहतर तरीके से किया जा सके. भाजपा और कांग्रेस के बीच जंग की वजह बना केदार जाधव का 'बोलिंग एक्शन' विधानसभा चुनाव के लिए सेवा दल ने 83 सीटों का चयन किया है. मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़,राजस्थान,तेलंगाना,और मिजोरम से 80 सीटें चुनी गई हैं, यहाँ प्रचार करना ही सेवादल की मुख्य जिम्मेदारी है, क्योंकि यह वही सीटें हैं जहां से कांग्रेस लगातार हार रही है. लाजी देसाई ने कहा कि मध्यप्रदेश में 30 सीटें ऐसी हैं जहां सेवादल घर-घर जा कर प्रचार करेगा जिसमे बाबूलाल गौर की सीट (गोविंदपुरा) भोपाल भी शामिल है. डिप्टी एयरचीफ ने पेरिस जाकर लिया राफेल का टेस्ट छत्तीसगढ़ हिंसा पर भड़के राहुल, बोले - मोदी सरकार में तानाशाही एक पेशा बन गई है पीएम बनते ही आंध्र प्रदेश को दिलाऊंगा विशेष दर्जा : राहुल गांधी