केंद्र और देश के 21 राज्यों की जनता पर शासन करने वाली भारतीय जनता पार्टी के प्रति लोगों का अविश्वास धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. हालांकि बीजेपी के प्रति बढ़ रही लोगों की निराशा से कांग्रेस काफी उत्साहित है. वहीं हाल ही में हुए कुछ सर्वे रिपोर्ट्स ने भी कांग्रेस को राहत की सांस देने का काम किया है. पिछले दिनों हुए कुछ सर्वे और चुनावी डाटा के आंकड़ों पर ध्यान दें तो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को 140 सीटें मिलने की उम्मीद है. ऐसे ही एक सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी दिल्ली की सात में से पांच सीटों पर अपना कब्ज़ा जमा सकती है. दरअसल कांग्रेस पार्टी ने भी आंतरिक रूप से कुछ सर्वे कराए है जिसमें पार्टी को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी राज्यवार आंतरिक सर्वे हर दो-दो महीने के अंतराल पर करवा रही है. इसके लिए कुछ प्रोफेशनल्स व पार्टी कार्यकर्ताओं को लगाया गया है. कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ा डाटा बैंक जुटाकर उसका विश्लेषण करने में जुटी हुई है. पार्टी द्वारा दिल्ली में कराए गए सर्वे के मुताबिक, 54 फीसदी लोगों ने कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल की सराहना की और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के काम के प्रति निराशा व्यक्त की. कांग्रेस का यह चुनावी डाटा इस ओर भी इशारा कर रहा है कि पार्टी आंतरिक रूप से अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने में कामयाब रही है. गौरतलब है कि 2009 में कांग्रेस को 206 सीट और 2014 के लोकसभा चुनावों में 44 सीटें ही मिली थी. हालांकि पिछले कुछ विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाने और सत्ताधारी बीजेपी को डराने का काम किया है. वहीं एक डाटा विशेषक का कहना है कि 2019 में भाजपा महज 160 सीटों तक सिमट सकती है, जबकि कांग्रेस 140 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमा सकती है. J&K: इस वजह से बीजेपी ने छोड़ा पीडीपी का साथ पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की पत्नी बेटे के खिलाफ कोर्ट पहुंची राजग सरकार की खतरनाक नीतियों ने परेशानी बढ़ाई -नारायणसामी