चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजों की घोषणा में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग जानबूझकर नतीजे धीमी गति से अपडेट कर रहा है, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जय राम रमेश ने कहा कि आयोग की वेबसाइट पर चुनावी रुझान जानबूझकर धीरे-धीरे साझा किए जा रहे हैं, जिससे आशंका है कि भाजपा प्रशासन पर दबाव डाल रही है। रमेश ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया से मतदाताओं के अधिकारों का हनन हो रहा है और चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता खतरे में पड़ रही है। कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस देरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि रुझान बदलेंगे और उनका डेटा दिखा रहा है कि कांग्रेस आगे है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पार्टी के पोलिंग एजेंटों से अपील की है कि वे अपने-अपने केंद्रों पर डटे रहें। हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता जगत नेगी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा में पिछले 10 वर्षों से लोग भाजपा से खुश नहीं हैं। उन्होंने आशंका जताई कि यदि भाजपा फिर से जीतती है, तो यह लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण होगा। नेगी ने भाजपा के आत्मविश्वास पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि गड़बड़ी की संभावना है और इसकी जांच होनी चाहिए, खासकर ईवीएम से जुड़ी अनियमितताओं को लेकर। दरअसल, हरियाणा चुनावों के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को भारी बहुमत मिलता दिख रहा था और पार्टी के दफ्तरों में जश्न शुरू हो गया था। उस समय कांग्रेस को 65 सीटों पर बढ़त दिखाई दे रही थी, लेकिन जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ी, कांग्रेस पिछड़ने लगी और भाजपा फिर से सरकार बनाती नजर आई। कांग्रेस ने इसके बाद चुनाव आयोग की वेबसाइट को नतीजों में हो रही देरी का दोषी ठहराया। अब तक के रुझानों के मुताबिक, भाजपा 47 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस 36 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इसके अलावा, आईएनएलडी 2 और अन्य 5 सीटों पर आगे हैं। यदि यह रुझान नतीजों में बदलते हैं, तो भाजपा का यह हरियाणा के चुनावी इतिहास में सबसे अच्छा प्रदर्शन होगा। 'अपनी धार्मिक मान्यताएं दूसरों पर नहीं थोप सकते..', मौलवी अब्दुल पर क्यों भड़की हाई कोर्ट? उत्तराखंड में 9 नवंबर को लागू होगा UCC..! अंतिम रिपोर्ट पर लग चुकी मुहर पिता की पुण्यतिथि पर भावुक हुए चिराग पासवान, बोले- 'उनकी शिक्षाओं एवं सिद्धांतों का....'