जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है, एक तरफ तो पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, जिसमे कुछ कांग्रेस विधायक भी उनके साथ हो गए हैं। इसी बीच अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे सुभाष महरिया राजस्थान की राजधानी जयपुर में भाजपा की सदस्यता ले ली हैं। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस सुप्रीमो मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री महरिया ने अपना इस्तीफा अपने टि्वटर हैंडल पर भी शेयर किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार अपने घोषणापत्र के वादे भूल चुकी है। ऐसे में राज्य का किसान और युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। खड़गे को महरिया ने पत्र लिखा है कि 'मेरे द्वारा कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के पश्चात असंख्य कार्यकर्ताओं के साथ जमीनी स्तर पर जी-तोड़ मेहनत की गई। जिसके परिणाम स्वरूप सीकर में पिछले चुनाव में सभी 8 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी को जीत मिली और राज्य में कांग्रेस नीत सरकार का गठन हुआ। हमारे द्वारा किसान व नौजवान को गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर भरोसा दिलाने की कोशिश की गई कि कांग्रेस नीत सरकार का गठन होने पर कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषणा पत्र में किए गए वादे 100 प्रतिशत पूरे किए जाएंगे।' महरिया ने आगे लिखा कि, 'इसके बाद वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। मगर, कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर एक भी समीक्षा बैठक आज तक नहीं की। वर्तमान में सत्तासीन कांग्रेस नीत सरकार घोषणा-पत्र के वादों को पूरी तरह से भुला चुकी है। राज्य में कर्ज माफी और बेरोजगारी के वादों पर विश्वास करके वोट देने वाला किसान व युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। सीकर जिले में कांग्रेस पार्टी के धरातल पर मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं की घोर उपेक्षा की गई है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहकर काम करना मेरे लिए संभव नहीं है। इसलिए मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से त्यागपत्र देता हूं।' कर्नाटक में आज दिखेगी विपक्षी एकता! सिद्धारमैया और DK के शपथ ग्रहण में जुटेंगे राजनीति के कई दिग्गज सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को दी थी ताकत, अध्यादेश से छिन गई.., AAP और केंद्र में फिर मचेगा घमासान ! अमेरिका में 'मोहब्बत की दूकान' खोलने जा रहे राहुल गांधी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में देंगे भाषण, क्या दोहराएंगे कैंब्रिज वाली गलती ?