रायपुर: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार 300 गांवों में काऊ शेल्टर (गौ आश्रय स्थल) खोलने जा रही है। महात्मा गांधी रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के तहत काऊ शेल्टरों को भी इंडस्ट्रियल पार्क के तौर पर विकसित किया जाएगा। इनका संचालन कुटीर उद्योग की तर्ज पर होगा। रविवार को सीएम भूपेश बघेल ने इस योजना को लॉन्च किया है। उन्होंने दावा किया है कि इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों के जीवन में बदलाव आएगा और उन्हें गोधन से जीविका के बेहतर ऑप्शन मिल सकेंगे। अब तक छत्तीसगढ़ की सरकार ने 8000 से ज्यादा गो आश्रय स्थल आरंभ किए हैं। हालांकि, पहली दफा इस तरह के शेल्टर को उद्योग के तौर पर मान्यता दी जा रही है। योजना की शुरुआत करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि महात्मा गांधी रुरल इंस्ट्रियल पार्क (MGRIP) योजना के तहत 300 गौथान कम इंडस्ट्रियल पार्कों की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि, इसके लिए राज्य सरकार ने मौजूदा सत्र के लिए 600 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कर दिया है। इस योजना के तहत ग्रामीण परिवेश के लोगों को जहां उनके घर में ही रोजगार मिलेगा और उनकी अतिरिक्त आमदनी भी होगी, वहीं गायों के लिए बेहतर जीवन के लिए भी वातावरण मिलेगा। इसी प्रकार गोधन का बेहतर उपयोग हो सकेगा। राहुल को मिलेगा माँ का साथ, भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ेंगी सोनिया गांधी 'अल्पसंख्यक मंत्रालय' ख़त्म करेगी मोदी सरकार ! 2006 में कांग्रेस ने किया था गठन जन्मदिन पर 'सत्येंद्र जैन' को केजरीवाल ने फिर बताया ईमानदार, नेटिजेंस ने सरेआम खोल दी पोल